लोकसभा प्रचार के लिए आज अंतिम बार बिहार आएंगे पीएम मोदी, पटना समेत तीन जगह पर होगी ताबड़तोड़ रैली

पटना। पांच दिन के अंदर पीएम नरेंद्र मोदी एक बार फिर से बिहार दौरे पर आ रहे हैं। शनिवार को पीएम एक के बाद एक तीन ताबड़तोड़ रैलियां करेंगे। इस दौरान वे पटना के बिक्रम में बीजेपी प्रत्याशी रामकृपाल यादव, काराकाट में राष्ट्रीय लोकदल के प्रत्याशी उपेंद्र कुशवाहा और बक्सर में भाजपा प्रत्याशी मिथिलेश तिवारी के पक्ष में सभा करेंगे। तय कार्यक्रम के मुताबिक पीएम सुबह 11:00 बजे विशेष विमान से दिल्ली से पटना पहुंचेंगे। पटना के बिक्रम से सभा के बाद वे दोपहर डेढ़ बजे काराकाट और 3:30 बजे बक्सर पहुंचेंगे। इस लोकसभा चुनाव में यह पीएम मोदी का आखिरी बिहार दौरा है। बिहार में अचार संहिता लागू होने के बाद से वे अब तक 12 जनसभा और एक रोड शो कर चुके हैं। पिछले 50 दिन के अंदर पीएम 9वीं बार बिहार दौरे पर आ रहे हैं। अगर इन तीनों सभा को मिला दें तो बिहार के 7 चरण के चुनाव में पीएम 9 बार बिहार आए। पीएम नरेंद्र मोदी ने बिहार में अपने चुनावी कैंपेन का आगाज 4 मई को किया था। यहां उन्होंने एलजेपी(आर) के प्रत्याशी और चिराग के बहनोई अरुण भारती के लिए लोगों से वोट की अपील की। जमुई से उन्होंने लालू यादव और इंडिया अलायंस पर जमकर निशाना साधा। पीएम ने कहा था कि पहले आतंकी हमारे ऊपर हमला करके चले जाते थे। कांग्रेस दूसरे देशों के पास शिकायत लेकर जाती थी। हमने कहा ऐसा नहीं चलेगा और आज का भारत घर में घुसकर मारता है।
नवादा में कहा- मैं जो कहता हूं वो करता हूं
प्रधानमंत्री ने दूसरी बार 7 अप्रैल को नवादा में जनसभा को संबोधित किया था। यहां भाजपा प्रत्याशी विवेक ठाकुर की जीत सुनिश्चित करने के लिए PM ने रैली की। पीएम ने नवादा में 30 मिनट की स्पीच में इंडी गठबंधन, राम मंदिर, टुकड़े-टुकड़े गैंग, जंगल राज और तीन तलाक जैसे मुद्दों पर बात की। उन्होंने कहा था कि इंडिया अलायंस कहता है कि मोदी की गारंटी गैरकानूनी है, इसे बंद करना चाहिए। उन्होंने गारंटी को गुनाह बना दिया है। मैंने 370 और तीन तलाक खत्म करने की गारंटी दी थी। मैं जो कहता हूं वह करता हूं।
सनातन को मिटाने में लगा है विपक्ष
मोदी ने 16 अप्रैल को गया और पूर्णिया में जनसभा की और 3 घंटे तक बिहार में रहे। इस दौरान उन्होंने गया में अपने सहयोगी दल हम के कैंडिडेट जीतन राम मांझी के लिए तो पूर्णिया में जदयू प्रत्याशी संतोष कुशवाहा के लिए वोट मांगा। उन्होंने संविधान, भ्रष्टाचार, राम मंदिर और आतंकवाद पर इंडी गठबंधन को घेरा। उन्होंने कहा था कि घमंडिया गठबंधन के लोग सनातन को मिटाने में लगे हैं, जिनको किसी ने नहीं पूछा, हम उनको पूज रहे हैं। हम भ्रष्टाचार को मिटाने में लगे और वह बचाने में लगे हैं। भ्रष्टाचार के ठिकाने को बचाने के लिए सभी एक हो रहे हैं।
कांग्रेस की लूट जिंदगी के साथ भी और जिंदगी के बाद भी
पीएम मोदी ने 26 अप्रैल को अररिया के फारबिसगंज और मुंगेर में रैली की। प्रधानमंत्री ने अररिया में भाजपा प्रत्याशी प्रदीप कुमार सिंह और मुंगेर में सहयोगी दल जदयू प्रत्याशी ललन सिंह के लिए वोट की अपील की थी। अररिया में पीएम ने 45 मिनट के संबोधन में 17 मिनट तक कांग्रेस पर हमला बोला। उन्होंने कहा था कि इंडी गठबंधन को ना देश के संविधान की परवाह है ना ही लोकतंत्र की परवाह है। यह वह लोग हैं, जिन्होंने दशकों तक बैलेट पेपर के बहाने गरीबों का अधिकार छीना।
पहली बार किसी प्रधानमंत्री का पटना में रोड शो
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 मई को पटना में भव्य रोड शो किया। इतिहास में पहली बार किसी प्रधानमंत्री का पटना में रोड शो हुआ। 2 किलोमीटर लंबे रोड शो के दौरान पीएम मोदी के साथ भगवा रंग की गाड़ी पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटना साहिब से भाजपा प्रत्याशी रविशंकर प्रसाद और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी भी मौजूद रहे। इस रोड शो के दौरान पीएम ने पटना जिले के दो लोकसभा क्षेत्र पटना साहिब और पाटलिपुत्र के वोटरों को साधा। पीएम के रोड शो के दौरान मुस्लिम महिलाएं भी अपने पारंपरिक पोशाक में शामिल होकर प्रधानमंत्री की आरती उतारी।
तीनों लोकसभा सीटों पर पीएम की सभा के क्या हैं मायने
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अंतिम चरण के चुनाव से ठीक पहले संभवतः अपने अंतिम जनसभा के रूप में बिहार के तीन लोकसभा क्षेत्र में एक ही दिन प्रचार के लिए पहुंच रहे हैं। पीएम मोदी सबसे पहले पाटलिपुत्र लोकसभा के बिक्रम में सभा करेंगे। यहां के बाद वे काराकाट और बक्सर में सभा करेंगे। बक्सर लोकसभा सीट पर आरजेडी के उम्मीदवार सुधाकर सिंह के साथ भाजपा उम्मीदवार मिथिलेश तिवारी का सीधा मुकाबला है। वहीं काराकाट लोकसभा में त्रिकोणीय मुकाबला हो गया है। उपेंद्र कुशवाहा की जीत के लिए पहुंच रहे पीएम मोदी का सबसे बड़ा संदेश यह होगा कि तीसरे प्रत्याशी के रूप में निर्दलीय उम्मीदवार पवन सिंह के उम्मीदवारी को लेकर पीएम मोदी का कहते हैं। पवन सिंह ने काराकाट में निर्दलीय नामांकन कर चुनाव को दिलचस्प बना दिया है। काराकाट विधानसभा में राजपूत वोट बैंक निर्णायक होता है, जिसके कारण पवन सिंह की उम्मीदवारी का भी प्रभाव डालने वाला है। वहीं अगर बात पाटलिपुत्र लोकसभा की करें तो इस बार फिर बीजेपी के उम्मीदवार रामकृपाल यादव और मीसा भारती आमने-सामने हैं। रामकृपाल यादव मजबूत उम्मीदवार माने जा रहे हैं, लेकिन पाटलिपुत्र सीट पर मीसा भारती की उम्मीदवारी को लेकर नया समीकरण बन रहा है। पिछले लोकसभा चुनाव में मीसा भारती की हार हुई थी पर इस बार माले का गठबंधन में शामिल हो जाने से माले का वोट बैंक भी मीसा भारती के साथ रहेगा।

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