भागलपुर में लगेगा आम और अन्य फलों के प्रोसेसिंग यूनिट प्रोजेक्ट, किसानों की आय में होगी वृद्धि
भागलपुर। बिहार सरकार ने बिहार में कृषि को बढ़ावा देने और बिहार के किसानों की आय में वृद्धि के लिए एक बड़ी पहल की है। जानकारी के अनुसार बिहार के कई जिलों में फलों के प्रोसेसिंग यूनिट बनाए जाएंगे। इन प्रोसेसिंग यूनिट में किसान फलों के माध्यम से अन्य प्रोडक्ट बनाकर अपनी आय को बढ़ा सकेंगे। इसके तहत सबसे पहले बिहार के भागलपुर में जर्दालू आम से संबंधित प्रोसेसिंग यूनिट लगाया जाएगा। इसके साथ-साथ भागलपुर में अन्य फलों के भी प्रोसेसिंग यूनिट लगाने की योजना बनाई जा रही है। बताया जा रहा है कि बिहार सरकार से भागलपुर के 21 किसानों ने प्रोसेसिंग यूनिट लगाने के लिए आवेदन दिया है, जिसको लेकर राज्य सरकार ने भी अपनी कवायद तेज कर दी है।
इसके साथ साथ बिहार सरकार जल्द ही बिहार के अन्य जिलों में आम केला टमाटर शहद तथा मक्के के प्रोसेसिंग यूनिट लगाकर किसानों की आय बढ़ाने का प्रयास करेगी। हालांकि इस योजना की शुरुआत सबसे पहले बिहार के भागलपुर जिले से की जाएगी। बताया जा रहा है कि भागलपुर में एकल किसान को प्रोसेसिंग यूनिट लगाने पर राज्य सरकार की ओर से 35 फीसद तक अनुदान मिलेगा। जिसके बाद किसान जेम, जेली, अचार, ड्रिंक से संबंधित उद्योग लगा सकते हैं। वही इसके साथ भागलपुर में 61 प्रसंस्करण उद्योग लगाने का लक्ष्य दिया गया है।
जानकारी के अनुसार, भागलपुर में जर्दालु आम के अलावा टमाटर, पपीता, केला, लीची आदि से संबंधित प्रसंस्करण उद्योग भी स्थापित किए जायेगें पर अनुदान का लाभ लेने के लिए जर्दालु आम से संबंधित प्रसंस्करण उद्योग लगाना आवश्यक होगा। प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के अंतर्गत किसानों को अनुदान प्रदान किया जाएगा। वही मैंगो मैन अशोक कुमार चौधरी बताते हैं, कि भगलपुर में पांच फीसद ही जर्दालु आम की खेती होती है जिसकी मदद से किसान आम के पल्प से पेय ड्रिंक भी बना सकते हैं। वही जैम, जेली, आचार, शर्बत आदि भी बनाई जा सकती हैं। आम का पल्प तैयार कर इसे संबंधित कंपनी को उपलब्ध कराया जा सकता है। इस तरह का उद्योग खुद भी लगाए जाने के फायदे हैं।