पटना में भीषण अग्निकांड के बाद प्रशासन की बड़ी कार्रवाई, कई होटल और रेस्टोरेंट होंगे बंद

पटना। बिहार की राजधानी पटना में पिछले हफ्ते हुए भीषण अग्निकांड में 7 लोगों की मौत होने के बाद प्रशासन एक्शन में है। शहर के कई होटल एवं रेस्टोरेंट पर सीलिंग की तलवार लटक रही है। अग्निशमन विभाग की टीम ने पटना के 305 होटल एवं रेस्टोरेंट की सोमवार को जांच की। ज्यादातर होटलों में आग से बचाव के पूरे उपाय नहीं पाए गए। सभी जगहों पर अनियमितता और कमियां मिली हैं। आग लगने पर होटल और रेस्टोरेंट दमकल के भरोसे ही हैं। अग्निशमन विभाग की 10 टीम ने पटना सिटी, बोरिंग रोड, अशोक राजपथ, दानापुर और फुलवारीशरीफ इलाके में होटलों में आग से सुरक्षा की व्यवस्था की जांच की। विभाग के 50 अधिकारी और कर्मियों की टीम ने वहां मानकों के अनुसार आग से बचाव के इंतजाम को जांचा। कमी पाए मालिकों को जरूरी निर्देश दिए गए। जांच में कई कमियां पाई गईं। वहां आग बुझाने के साधन तो दूर जाने की पर्याप्त जगह तक नहीं है। तंग रास्ते के कारण छोटे दमकल तक का वहां पहुंचना मुश्किल है। लिहाजा आग लगने पर वहां भारी जान-माल का नुकसान हो सकता है। अग्निशमन विभाग ने रविवार को भी 239 होटल और रेस्टोरेंट का जांच की थी। सूत्रों के मुताबिक अग्निशमन विभाग ऐसे होटलों की पहचान कर रहा है, जहां सबसे अधिक अगलगी का अंदेशा है। ऐसे होटल और रेस्टोरेंट की सूची जिला प्रशासन को भेजी जा रही है। इनमें 90 होटल और रेस्टोरेंट को सील किया जा सकता है। बीते गुरुवार को जंक्शन स्थित पाल और अमृत होटल में भीषण आग लग गई थी। वहां आग से बचाव का कोई प्रबंध नहीं थे। ऊपर की मंजिल पर जाने के लिए मात्र दो फीट चौड़ी सीढ़ी थी। लिहाजा वहां ठहरे लोग आग की चपेट में आ गए थे। अगलगी में अब तक सात की मौत हो चुकी है। जिला अग्निशमन पदाधिकारी मनोज नट ने बताया कि विभाग शुक्रवार को होटल और रेस्टोरेंट मालिक व संचालकों से साथ बैठक करने की योजना बना रहा है। वहां आए लोगों से विभाग कड़ाई से होटल और रेस्टोरेंट में आग से बचाव के उपाय करने का निर्देश दिया जाएगा। निर्देशों का अनुपालन नहीं करने वालों के होटल और रेस्टोरेंट सील किए जाएंगे। पटना जंक्शन रेलवे स्टेशन के पास गुरुवार को पाल और अमृत होटल में आग लगने से सात लोगों की मौत के मामले में पुलिस ने अग्निशमन विभाग से रिपोर्ट मांगी है। मंगलवार तक रिपोर्ट पुलिस को मिल सकती है। आग किस कारण से लगी और उसमें होटल मालिकों की ओर से क्या लापरवाही बरती गई थी, इन सभी चीजों का जिक्र अग्निशमन विभाग की रिपोर्ट में होगा। रिपोर्ट में सामने आए तथ्यों का जिक्र पुलिस केस डायरी में करेगी। हालांकि अग्निशमन विभाग ने अब तक पुलिस को रिपोर्ट नहीं दी है। जबकि पुलिस ने भी धारा 304 लगने के बावजूद आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि साक्ष्य का संकलन करने और अग्निशमन विभाग की रिपोर्ट आने के बाद आधार मिलेगा। फिर आगे की कार्रवाई की जाएगी। अगलगी कांड के दिन शाम के वक्त दोनों में से एक होटल के मालिक हादसास्थल पर पहुंचे थे। लेकिन न तो उन्हें थाने पर बुलाया गया, न ही किसी तरह की पूछताछ की गई।

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