BIHAR : पश्चिम चंपारण में जहरीली शराब पीने से 12 लोगों की मौत, ग्रामीणों ने की पुष्टि, प्रशासन कर रहा इनकार

पश्चिम चंपारण। बिहार में एक बार फिर जहरीली शराब कांड ने राज्य सरकार के पूर्ण शराबबंदी पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। नवादा शराब कांड के बाद अब पश्चिम चंपारण जिला में हुई यह घटना विपक्ष को नीतीश सरकार पर हमला बोलने के लिए एक बड़ा हथियार दे दिया है। बता दें देउरवा पंचायत में बीते दो दिनों में जहरीली शराब पीने से दर्जनों लोगों की मौत हो गई है, जबकि कई लोग अब भी बीमार हैं, इसकी पुष्टि ग्रामीण कर रहे हैं। जबकि प्रशासन जहरीली शराब पीने से मौत की घटना से इनकार कर रहा है। इस घटना में भी नवादा जहरीली शराब कांड की तरह प्रशासनिक स्तर पर लीपापोती का खेल प्रतीत हो रहा है। उस घटना में भी प्रशासन शराब से मौत की पुष्टि करने से भाग रही थी, लेकिन जब मुख्यालय स्तर पर जांच की गई तो मामला जहरीली शराब से जुड़ा पाया गया, जिसके बाद कई अधिकारियों पर गाज गिरी थी। इधर, पश्चिम चंपारण शराब कांड पर डीएम कुंदन कुमार ने कहा है कि लौरिया एवं रामनगर प्रखंड के सीमावर्ती गांवों में जांच के लिए टीम भेजी गई है। अभी तक दो लोगों की मौत हार्ट अटैक से होने की बात सामने आई है। दूसरी ओर ग्रामीणों का कहना है कि एक साथ इतनी मौतें जहरीली शराब पीने की वजह से हुई है।
विधायक से बोले- शराब पीने से हुई ग्रामीणों की मौत
लौरिया एवं रामनगर प्रखंड के देवराज के इलाके में पिछले दो दिनों से संदिग्ध परिस्थितियों में एक दर्जन लोगों की मौत के मामले में शुक्रवार की सुबह में सिकटा के माले विधायक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता के पहुंचे तो तस्वीर बदल गई। आनन-फानन में पुलिस के डर के मारे शवों का अंतिम संस्कार करने वाले ग्रामीण खुलकर बोलने लगे। ग्रामीणों ने विधायक के समक्ष स्वीकार किया कि इतने लोगों की शराब पीने से मौत हुई है। हालांकि, ग्रामीणों को मुखर करने में विधायक को काफी मशक्कत करनी पड़ी। विधायक ने कहा कि सत्ता के आतंक व प्रशासनिक दबिश के कारण लोग सच्चाई बताने से डर रहे हैं। यहां आठ शराब की भट्ठियां व जुआ का अड्डा चलता है। पुलिस और प्रशासन को इसकी जानकारी के बावजूद अधिकारियों ने कार्रवाई नहीं की। लौरिया प्रखंड के देउरवा, बगही, पंडापट्टी, तेलपुर, डुमरा एवं रामनगर प्रखंड के जोगिया देवराज गांव में मृतक व बीमार लोगों के स्वजनों को प्रशासन की ओर से डरा दिया गया है। इस वजह से ये लोग सच्चाई बताने में डर रहे हैं।
देवराज इलाके में अधिकारियों की चहलकदमी तेज
लौरिया एवं रामनगर प्रखंड के देवराज के इलाके में पिछले दो दिनों से संदिग्ध परिस्थिति में एक दर्जन लोगों की मौत मामले में प्रशासनिक सरगर्मी तेज हो गई है। बीती रात डीएम कुंदन कुमार के नेतृत्व में अधिकारियों की टीम देवराज क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों में गई। मृतक के स्वजनों से बातचीत की गई, लेकिन मृतक के स्वजन मौत का कारण बताने से इंकार कर रहे हैं। अभी भी कई लोग बीमार हैं, जो अलग-अलग प्राइवेट अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं। प्रशासन की ओर से बीमार लोगों के स्वजनों से भी पूछताछ की जा रही है। मौत को लेकर लौरिया प्रखंड के देउरवा, बगही, पंडापट्टी, तेलपुर, डुमरा एवं रामनगर प्रखंड के जोगिया देवराज गांव में मृतक व बीमार लोगों के स्वजनों से पूछताछ चल रही है।
12 जुलाई की शाम में पी थी शराब
सूत्रों के हवाले से जानकारी मिल रही हैं कि लौरिया प्रखंड के देउरवा गांव में एक शराब की दुकान में बीते 12 जुलाई की शाम में डेढ़ दर्जन के आसपास लोगों ने शराब पी थी। सभी शराब पीकर अपने-अपने घर गए और बेचैनी बढ़ गई। पहले से स्थानीय स्तर पर क्वैकों से इलाज कराया। फिर रामनगर, लौरिया व बेतिया के प्राइवेट अस्पतालों में इलाज कराने के लिए ले गए। अभी भी गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल में तेलपुर के इजहार मियां का उपचार चल रहा है। जबकि देउरवा के मुमताज अंसारी का उपचार बेतिया के एक प्राइवेट अस्पताल में चल रहा है। दोनों की हालत चिंताजनक बनी हुई है। उल्टी और सांस लेने में तकलीफ होने से कई की मौत घर पर हीं हो गई तो कुछ लोग अस्पतालों में पहुंच कर दम तोड़ दिए। मरने वालों में देउरवा के बिकाउ मियां, लतीफ साह, रामवृक्ष चौधरी व भगवान पंडा, जोगिया देवराज के नईम हजाम व सुरेश साह, बगही देवराज के राबुल मियां तथा गौनाहा देवराज के झुन्ना मियां का नाम सामने आ चुका है। कई अन्य लोगों की भी मौत हुई है, जिसकी जांच पड़ताल चल रही है।
हार्ट अटैक से दो की मौत और फूड प्वाइजनिंग का मामला
डीएम कुंदन कुमार ने कहा है कि लौरिया एवं रामनगर प्रखंड के सीमावर्ती गांवों में जांच के लिए टीम भेजी गई है। अभी तक दो लोगों की मौत हार्ट अटैक से होने की बात सामने आई है। कुछ और लोगों की मौत की फूड प्वाजनिंग से होने की सूचना है। मेडिकल टीम भेजी गई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। अल्कोहल पीने की बात अभी सामने नहीं आई है। मृतकों के शव का भी स्वजनों ने अंतिम संस्कार कर दिया है। अधिकारियों की टीम सच्चाई जानने के लिए मृतकों एवं बीमार लोगों के स्वजनों से बात कर रही है।

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