झारखंड के चुनाव परिणाम में जलवा दिखा बिहार के इस पूर्व मंत्री का,हेमंत तथा सरयू के जीत में योगदान….

पटना।झारखंड के चुनाव परिणाम ने इस बार पूरे देश को चौंका दिया है।इसी साल हुए लोकसभा चुनाव में जहां एक तरफ भाजपा को बड़ी बहुमत प्राप्त हुई वहीं दूसरी तरफ मात्र 7 माह के बाद हुए राज्य के विधानसभा चुनाव में भाजपा को इस प्रकार मुंह की खानी पड़ी।झारखंड के चुनाव परिणाम के आने के बाद बिहार सरकार के एक कद्दावर पूर्व मंत्री का झारखंड के राजनीति में जलवा देखते ही बन रहा है।दरअसल,बिहार सरकार के पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह की महती भूमिका इस चुनाव परिणाम के पीछे बताई जा रही है। नरेंद्र सिंह ने रघुवर दास के खिलाफ जमशेदपुर पूर्वी में ना सिर्फ सरयू राय का चुनाव प्रचार ही किया।बल्कि खूंटा ठोक कर सरयू राय को जमशेदपुर पूर्वी तथा हेमंत सोरेन को दुमका से चुनाव जिताने का काम किया।अभी भी पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह झारखंड में ही जमे हुए हैं।कहा जा रहा है कि हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह में ससम्मान उपस्थिति भी होगी।

उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव के दौरान जब भाजपा द्वारा सरयू राय का टिकट काटा गया तब बिहार जदयू सांसद तथा पार्टी के वरिष्ठ नेता ललन सिंह में जदयू द्वारा सरयू राय के पक्ष में प्रचार करने के बाद कहीं गयी। मगर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ललन सिंह के बयान का खंडन कर दिया। मगर जदयू के वरिष्ठ नेता तथा नीतीश सरकार के कभी काबीना मंत्री रहे नरेंद्र सिंह पहुंच गए झारखंड में सरयू राय समेत विपक्ष का मदद करने के लिए नरेंद्र सिंह ने चुनाव के दौरान देवघर,मधुपुर,दुमका,बरहेठ,गोड्डा जरमुंडी जमशेदपुर पूर्वी,बोकारो आदि विधानसभा क्षेत्रों में विपक्ष का जमकर प्रचार किया।ना सिर्फ अपने स्वजातीय मतों बल्कि केंद्र सरकार के दमनकारी एवं जन विरोधी नीतियों से इत्तफाक रखने वाले मतदाता वर्ग को जागरूक करते हुए भाजपा सरकार के खिलाफ मतदान करने को तैयार किया।इस क्रम में पूर्व कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह ने तमाम राजनीतिक विरोधाभासों को दरकिनार करते हुए अपने बचपन के दोस्त राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद से जेल में जाकर मुलाकात भी की। लालू यादव तथा नरेंद्र सिंह की यह मुलाकात काफी चर्चा में भी रही।बिहार के पूर्व कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह लगातार तीन-चार सप्ताह तक झारखंड में रहकर अपने पुराने राजनीतिक अनुभव के बदौलत चुनावी सक्रियता दिखा कर विपक्ष की राह आसान कर दी।पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह के दो पूर्व विधायक पुत्र अजय प्रताप तथा सुमित कुमार सिंह अभी भी भाजपा तथा जदयू में ही है।यह हैरत की बात है कि अपने पुत्रों के राजनीतिक भविष्य,मसलन पार्टी द्वारा टिकट न दिए जाने की आशंका, को खारिज करते हुए नरेंद्र सिंह ने झारखंड में झामुमो कांग्रेस व राजद गठबंधन की सहायता की।पिछले दिनों पटना में एक मीडिया वार्तालाप के दौरान पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह ने कहा था कि केंद्र सरकार की नीतियां गरीब मजदूर एवं जन विरोधी है।बकौल नरेंद्र सिंह केंद्र सरकार के आर्थिक नीतियां देश के लिए काफी नुकसानदेह हैं।ऐसी परिस्थिति में आम गरीब तथा मजदूरों के भलाई चाहने वाला हर वर्ग का व्यक्ति इस सरकार का खिलाफत करने का काम करेगा।अपने कथनी के अनुरूप नरेंद्र सिंह झारखंड चुनाव के दौरान झारखंड पहुंचा मोदी सरकार की नीतियों की सच्चाई जनता को बतला दी।फिलहाल चुनाव परिणाम आने के बाद झारखंड के राजनीतिक फिजाओं में बिहार के इस पूर्व मंत्री के चर्चे जोरों पर हैं।

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