गया से हज पर जाने वाले हज यात्रियों की परेशानियों को दूर करे सरकार, भेजने के समय में बदलाव लाया जाए ताकि न हो नींद हराम

  • बुजुर्ग हज यात्रियों की परेशानियों को देखते हुए ऑफ इंडिया मुस्लिम मजलिस-ए-मुशावरत ने की सरकार से मांग

फुलवारीशरीफ,(अजीत)। मुस्लिम बुद्धिजीवियो का संगठन ऑफ इंडिया मुस्लिम मजलिस ए मुशावरत ने पटना से गया होकर हज पर जाने वाले हज यात्रियों की परेशानियों को दूर करने के मांग की है। दरअसल, पटना से वाया गया हज के लिए जाने वाले इस बात से परेशान हैं कि उन्हें 6 तारीख को मगरिब यानी शाम की नमाज के बाद दुआ एवम इशा यानी रात की नमाज के बाद 10 से 11 बजे बस से रवाना किया जाएगा और फिर सुबह 4 बजे से फ्लाइट के लिए लाइन में लगना होगा। ऐसे में उन्हें रात की नींद हराम करनी होगी क्योंकि बस से गया पहुंचते पहुंचते आधी रात बीत जाएगी। इतना ही नही हो सकता है कुछ बस 2 या 3 बजे रात में गया पहुंचें। गौरतलब हो की गया एयरपोर्ट से हज यात्रियों के लिए पहली फ्लाइट सुबह 8 बजे है। इस बारे में ऑफ इंडिया मुस्लिम मजलिस ए मुशावरत बिहार प्रदेश उपाध्यक्ष नशूर अजमल नुशी ने यह मांग की है कि पटना से गया भेजने के समय में बदलाव लाया जाए ताकि हज पर जाने वालों को रात की नींद न गंवानी पड़े । श्री अजमल ने कहा कि हज पर जाने वाले बहुत से बुजुर्ग लोग भी होते हैं। बहुत से लोग दवा पर होते हैं, ऐसे में रात भर जागने के कारण उन्हें काफी तकलीफ होगी।इसी तरह गया से हज यात्री चलेंगे तो जद्दा के लिए भी बहुत समय लगता है और कुल मिलाकर वह रात में शायद वह मक्का पहुंचे। इस कारण उनकी 2 दिन की नींद पूरी नहीं होगी। अजमल ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बिहार हज कमिटी से आग्रह किया है कि पटना मं शाम में मगरिब बाद जो दुआ होनी है, उसे या तो सुबह 9 बजे कर लें या दोपहर की नमाज के बाद कर लें। इस तरह हज यात्रियों को गया पहुंचने और फ्लाइट के बीच काफी समय मिल जाएगा और वे परेशानी से बच जाएंगे।

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