फ्लाई ओवरों पर लगेगी ओवर स्पीडिंग की लगाम, शनिवार से स्पीड गन और वॉकी-टॉकी से लैस तैनात रहेंगे ट्रैफिक पुलिस के जवान

पटना। शहर में वाहनों की ओवर स्पीडिंग पर लगाम लगाने के लिए अब स्पीड गन का सहारा लिया जाएगा। आॅन स्पॉट स्पीड गन से वाहनों की रफ्तार का पता लगाया जाएगा और संबंधित वाहन चालकों पर कार्रवाई की जाएगी। परिवहन सचिव सह प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि बेली रोड ओवरब्रिज और अन्य जगहों पर ओवर स्पीडिंग की शिकायत मिल रही है। ओवर स्पीडिंग की वजह आए दिन लोग सड़क हादसे के शिकार हो रहे हैं। ओवर स्पीडिंग से होने वाली सड़क दुर्घटनों में कमी लाई जा सके। इसके लिए शुरूआती दौर में बेली रोड फ्लाईओवर पर शनिवार से स्पीड गन से लैस ट्रैफिक के जवानों की तैनाती की जाएगी।
श्री अग्रवाल ने शहर में जाम की समस्या से निजात और सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए राज्य परिवहन आयुक्त श्रीमती सीमा त्रिपाठी, जिलाधिकारी कुमार रवि, एसएसपी गरिमा मल्लिक, ट्रैफिक एसपी अमरकेश डी और सड़क सुरक्षा परिषद के पदाधिकारियों के साथ प्रमंडलीय आयुक्त कार्यालय में बैठक की। परिवहन सचिव ने ट्रैफिक एसपी को निर्देश दिया कि शहर में विभिन्न जगहों पर लगने वाले जाम के कारणों की पहचान कर उस पर अविलंब कार्रवाई करें। नो इंट्री में शहर के अंदर वाहनों का परिचालन न हो यह सुनिश्चित कराएं। श्री अग्रवाल ने ट्रैफिक एसपी को कहा कि बेली रोड फ्लाईओवर पर ओवर स्पीडिंग चलाने वाले वाहन चालकों पर कार्रवाई के लिए बेली रोड फ्लाईओवर के दोनों फ्लैंक पर स्पीड गन से लैस ट्रैफिक पुलिस के जवानों की तैनाती करें। इसके साथ ही पुलिस हेडक्वार्टर और रुकनपुरा की ओर पुलिस बल की तैनाती करें। अगर कोई ओवर स्पीडिंग करते पकड़ा जाता है तो इसकी सूचना वॉकी टॉकी के जरिए फ्लाई ओवर के नीचे तैनात पुलिस को बताएं और आॅनस्पॉट चलान काट कर कार्रवाई करना सुनिश्चित करें। इसके अतिरिक्त ओवर स्पीडिंग से संबंधित साइनेज जगह-जगह लगवाएं।
परिवहन सचिव ने कहा कि जेपी सेतु पर जाम की स्थिति उत्पन्न न हो इसके लिए सेतु पर कार्यरत संबंधित इंचार्ज की जिम्मेदारी तय करें। सेतु के दोनों तरफ इंचार्ज की तैनाती रहे। जेपी सेतु स्थित ट्रैफिक पोस्ट पर कार्यरत कर्मियों से जाम से संबंधित रिपोर्ट प्राप्त करें और प्रॉपर इसकी मॉनिटरिंग करें। जाम किस कारण लगा है, कब लगा है, जाम का क्या कारण है, जाम हटाने का रिस्पांस टाइम क्या है आदि जानकारी पंजी में दर्ज होना चाहिए। साथ ही उन्होंने निर्देश दिया कि जेपी सेतु पर जाम लगने की स्थिति में या कोई दुर्घटना होने की स्थिति ऐसी व्यवस्था रहे कि क्विक रेस्पांस टीम (क्यूआरटी) अविलंब पहुंच कर जाम हटाने की कार्रवाई करे साथ ही सेतु पर ओवरटेकिंग करने से भी रोके। अगर कोई वाहन खराब हो गया है तो वाहन को हटाने के लिए तत्काल क्रेन की व्यवस्था उपलब्ध रहना चाहिए।

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