फरक्का बांध की समस्या से सबसे ज्यादा परेशानी बिहार को : संजय झा

* अपने कामकाज और डेवलपमेंट के बदौलत सीएम नीतीश ने बिहार का नैरेटिव बदला
* बाढ़ की समस्या की रोकथाम के लिए होनी चाहिए पानी संग्रह की व्यवस्था


पटना। जदयू मुख्यालय में शुक्रवार को आयोजित जनसुनवाई कार्यक्रम में जल संसाधन एवं सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के मंत्री संजय झा सम्मिलित हुए। इस दौरान प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से आए आम कार्यकर्ताओं और लोगों की समस्याओं को सुनकर उसका निराकरण किया गया एवं संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश भी दिए गए।
इस अवसर पर मंत्री श्री झा ने कहा कि फरक्का बांध की समस्या से सबसे ज्यादा किसी को परेशानी है तो वह बिहार है। इसके निदान के लिए भारत सरकार ने एक कमेटी बना दी है। उन्होंने कहा कि फरक्का बांध की समस्या के चलते गंगा नदी के पानी का बहाव धीमी गति से होता है। चुकी गंगा नदी की पानी को नियंत्रित करना एक राष्ट्रीय मुद्धा है, इसलिए इस मामले के निराकरण के लिए भारत सरकार से लगातार आग्रह किया जाता रहा है ताकि इस पर कोई ठोस नीति बन सके। बाढ़ की समस्या की रोकथाम के लिए पानी संग्रह की व्यवस्था होनी चाहिए। हालांकि बिहार सरकार अपने स्तर पर सीमित संसाधनों के बावजूद हर स्तर पर प्रयास करती रही है, ताकि बाढ़ से क्षति को कम किया जा सके। उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार ने अपने कामकाज और डेवलपमेंट के बदौलत बिहार का नैरेटिव बदला।
वहीं उन्होंने रणनीतिकार प्रशांत किशोर के सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया और कहा कि दो साल पहले प्रशांत किशोर ने अपना एक कार्यक्रम लांच किया था लेकिन अब वह कह रहे हैं कि कोरोना के कारणों से बीच में रोकना पड़ा लेकिन दूसरी तरफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कोरोना काल के दौरान उन दो सालों में जनता की सेवा में लगे रहे। आज भी सीएम नीतीश कोरोना का अपडेट देखते रहते हैं और जरूरी दिशा निर्देश देते रहते हैं। उन्होंने प्रशांत किशोर को सकारात्मक राजनीति करने की सलाह दी। इस मौके पर प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. नवीन आर्य चन्द्रवंशी, तकनीकी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष ई. रामचरित्र प्रसाद उपस्थित रहे।

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