बिहार भारत का पहला राज्य : 9 से 12वीं के 45 लाख छात्रों को ऐप के जरिए मिलेगी लाईव ट्यूटरिंग
- शिक्षा मंत्री ने किया फिलो ऐप का उद्घाटन
पटना। बिहार सरकार ने राज्य के 9000 से अधिक सरकारी स्कूलों में 9वीं से 12वीं कक्षा के सभी छात्रों को फिलो प्लेटफॉर्म का नि:शुल्क एक्सेस देने के लिए इंस्टेन्ट लाईव ट्युटरिंग ऐप फिलो के साथ साझेदारी की है। यह घोषणा शुक्रवार को राजधानी पटना के एसकेएम हॉल में की गई, जहां शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बिहार के छात्रों के लिए ऐप का उद्घाटन किया। इस मौके पर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार, सचिव असंगबा चौबा एओ, माध्यमिक शिक्षा के निदेशक मनोज कुमार, बीएसआईईडीसी के एमडी श्रीकांत शास्त्री के अलावा इमबेसात अहमद, शादमान अनवर और रोहित कुमार (तीनों आईआईटी खड़गपुर) भी मौजूद थे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री श्री चौधरी ने कहा, हमें गर्व है कि हम अपने छात्रों को लाईव इंस्टेन्ट ट्यूटरिंग सहयोग प्रदान करने वाली पहली राज्य सरकार हैं। जो क्लासरूम के दायरे से बाहर जाकर अपने छात्रों को एक समान शैक्षणिक सहयोग प्रदान करने के लिए तैयार है। मैं फिलो के संस्थापकों को इस प्लेटफॉर्म के लिए बधाई देता जो छात्रों को 24/7 समाधान उपलब्ध कराकर उनकी लर्निंग को बेहतर बनाने में सहायता प्रदान करता है। फिलो अपने नाम पर खरा उतरा है, जो स्कूल के बाद छात्रों को पढाई में मदद कर रहा है और उनके सभी सवालों को आसानी से हल कर रहा है।
इस साझेदारी के साथ कक्षा 9 से 12वीं के 45 लाख से अधिक छात्रों को मोबाइल या टैबलेट पर फिलो का नि:शुल्क एक्सेस मिलेगा। जो 1-1 पर्सनलाइज्ड प्रशिक्षण के लिए प्लेटफॉर्म पर पेशेवर ट्यूटर्स का तुरंत एक्सेस पा सकेंगे और वीडियो के माध्यम से अपनी भाषा में अवधारणा को बेहतर समझ सकते हैं। दसवीं कक्षा के छात्र गणित, विज्ञान एवं अंग्रेजी जैसे विषयों में तथा 11वीं एवं 12वीं के छात्र गणित, भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान एवं अंग्रेजी विषयों में अपने सवालों को हल कर सकते हैं। यह साझेदारी छात्रों को न सिर्फ बिहार बोर्ड परीक्षाओं के लिए बल्कि प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे जेईई-मेन्स/अडवान्स्ड, नीट, ओलम्पियाड आदि के लिए भी तैयार करेगी।