आरा में निगरानी विभाग का फर्जी अधिकारी बनकर घूम रहा पटना का युवक गिरफ्तार, मोबाइल समेत कई दस्तावेज़ जब्त

भोजपुर। आरा में निगरानी का फर्जी अधिकारी को पुलिस की गिरफ्त में आ गया। उसे सदर प्रखंड के नाजिर से पैसे ठगने की कोशिश करते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है। वह नाजिर पर भ्रष्टाचार के झूठा आरोप को मैनेज करने के नाम पर एक लाख रुपये ठगने की कोशिश कर रहा था। मिनिस्ट्रीयल क्वार्टर स्थित नाजिर के आवास से उसे गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार जालसाज नगर थाना क्षेत्र के अहिरपुरवा मोहल्ला निवासी ओमप्रकाश लाल का पुत्र रवि शंकर है। पुलिस ने उसके पास से निगरानी विभाग का मुहर और कई कागजात बरामद भी किए गए हैं। इस संबंध में नाजिर नागेन्द्र कुमार के बयान पर नामजद प्राथमिकी दर्ज की गयी है। एसपी संजय कुमार सिंह के‌ नेतृत्व पुलिस उससे कड़ी पूछताछ कर रही है। नाजिर नागेन्द्र कुमार मूल रूप से पटना के बिहटा थाना क्षेत्र के आनंदपुर गांव के रहने वाले हैं। प्राथमिकी के अनुसार नाजिर नागेन्द्र कुमार शुक्रवार की सुबह करीब साढ़े आठ बजे अपने आवास पर थे। उसी दौरान एक व्यक्ति उनके आवास पर पहुंचा। अपने को विजिलेंस अफसर बता रहा शख्स निगरानी का विभाग का पत्र दिखा रहा था। उसमें उन पर भ्रष्टाचार के आरोप थे। वह उस केस को मैनेज करने के नाम पर उनसे एक लाख रुपए की मांग कर रहा था। उससे नाजिर को उस पर संदेह हुआ, तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी। उसके बाद नवादा पुलिस पहुंची और उसे गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस ने उसके मोबाइल को भी जब्त कर लिया है। उसके पास से बरामद कागजात की जांच की जा रही है। प्रखंड नाजिर से पैसे ठगने की कोशिश करने वाला फर्जी विजिलेंस अधिकारी नास्ते के चक्कर में फंस गया। बताया जा रहा है कि फर्जी निगरानी अफसर बन पहुंचा जालसाज नाजिर नगेंद्र कुमार से मैनेज करने के नाम पर एक लाख रुपए मांग रहा था। नाजिर के अनुसार उसका कहना था कि आप पर कई गंभीर आरोप हैं। इस आरोप को यदि आप मैनेज करना चाहते हैं, तो तुरंत एक लाख रुपये नकद दे दीजिए। उससे नाजिर को उस पर संदेह हुआ। उसके बाद नाजिर ने उसे कुर्सी देकर अपने आवास में बैठा लिया और चाय-नास्ता कराने लगे। इसी बीच उन्होंने अपने भाई और बीडीओ को सूचना कर दी। उसके बाद उनके भाई द्वारा नवादा थाना प्रभारी को फोन कर दिया गया। सूचना मिलते ही पुलिस पहुंच गयी और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

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