पटना के डीएम चन्द्रशेखर सिंह ने छठ घाटों का किया निरीक्षण, अधिकारियों को दिए आवश्यक निर्देश

पटना। पटना के जिलाधिकारी डॉ. चन्द्रशेखर सिंह द्वारा आज छठ महापर्व 2022, की तैयारियों एवं व्यवस्थाओं का पैदल स्थलीय निरीक्षण किया गया। वरीय पुलिस अधीक्षक, नगर आयुक्त, उप विकास आयुक्त, नगर पुलिस अधीक्षक, मध्य, पुलिस अधीक्षक यातायात, अनुमंडल पदाधिकारी पटना सदर, अपर समाहर्त्ता, अपर समाहर्त्ता आपदा प्रबंधन, विशिष्ट पदाधिकारी अनुभाजन, अधीक्षण अभियंता जल संसाधन विभाग, उप महा प्रबंधक, बिहार स्टेट रोड डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड, कार्यपालक अभियंता पीएचईडी/भवन निर्माण/बुडको, नगर कार्यपालक पदाधिकारी, पाटलिपुत्र अंचल, संबंधित घाटों के वरीय नोडल पदाधिकारी एवं नोडल पदाधिकारी तथा अन्य के साथ उन्होंने विभिन्न घाटों का निरीक्षण किया। दीघा पाटीपुल घाट से प्रारंभ कर राजापुर पुल घाट तक लगभग पाँच किलोमीटर में तीन घंटा तक 13 घाटों का उन्होंने एक-एक कर पैदल भ्रमण किया तथा गंगा का जल-स्तर, घाट निर्माण, एप्रोच रोड, अंडरपास से पानी की निकासी, पार्किंग, सुरक्षा-व्यवस्था, भीड़-प्रबंधन, यातायात प्रबंधन सहित सभी बिन्दुओं पर उन्होंने तैयारियों एवं योजनाओं का जायजा लिया तथा आवश्यक निदेश दिया। जेपी सेतु पश्चिमी घाट, जेपी सेतु पूर्वी घाट, मीनार घाट, बिन्दटोली घाट, गेट नं 93 घाट, गेट नं 92, 88 घाट, गेट नं0 83 घाट, बालू पर घाट, कुर्जी घाट पाटलिपुत्रा घाट, एलसीटी घाट, पहलवान घाट, बाँस घाट एवं राजापुर पुल घाट पर पैदल चलकर जिलाधिकारी ने घाट की वर्तमान स्थिति तथा प्रबंधन का अवलोकन किया, संरचनाओं को देखा एवं आवश्यक निर्देश दिया।

डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि पिछले पाँच दिन में पटना में गंगा नदी के जल-स्तर में लगभग 1 मीटर 15 सेंटीमीटर की कमी आयी है। डीएम ने कहा कि गंगा के जल-स्तर में कमी एवं घाटों की भौतिक स्थिति को देखते हुए छठव्रतियों एवं श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रशासन द्वारा तीव्र गति से सभी तैयारी की जा रही हैं। रात्रि पाली मे भी काम की जा रही है। छठ पूजा से पहले सभी तैयारी पूरी कर ली जाएगी। सेक्टर पदाधिकारियों का 21 दल 105 घाटों पर कैम्प कर सभी व्यवस्था सुनिश्चित कर रही है जैसे-जैसे जल-स्तर में कमी आ रही है वैसे-वैसे एप्रोच पथ के निर्माण एवं घाटों पर आवश्यक व्यवस्था तथा प्रबंधन में प्रगति लायी जा रही है। वही बहुत सारे घाट जो आज के समय असुरक्षित लग रहे हैं उसके बारे में पानी के घटने पर स्थिति स्पष्ट हो पाएगी अभी लगभग 5 दिन का समय है। 25 या 26 अक्टूबर को प्रशासन द्वारा खतरनाक घाटों की सूची जारी की जाएगी जहाँ आम जनता का आना प्रतिबंधित रहेगा। वही छठव्रतियों की सुविधा एवं सुरक्षा के मद्देनजर प्रशासन द्वारा वैकल्पिक व्यवस्था भी की जा रही है। लगभग 45 से ज्यादा तालाबों एवं इतनी ही संख्या में पार्क में भी छठव्रतियों के लिए प्रबंधन किया गया है। अपार्टमेंट के छत पर भी लोगों द्वारा छठ किया जा रहा है। प्रशासन द्वारा टैंकर के माध्यम से घरों एवं कॉलोनियों में श्रद्धालुओं तथा छठव्रतियों के लिए गंगाजल उपलब्ध कराया जाएगा।

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