जातीय गणना रुकने पर बिफरे लालू यादव, कहा- केंद्र सरकार घड़ियाल की गिनती करा सकती है परंतु बहुसंख्यक गरीबों की नहीं

पटना। जातीय गणना रुकने पर RJD सुप्रीमो लालू यादव बिफरे पड़े हैं। बता दे की दिल्ली पहुंचने के बाद उन्होंने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है। वही उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखते हुए कहा की केंद्र सरकार घड़ियाल की गिनती कर लेती है, लेकिन देश के बहुसंख्यक गरीबों, वंचितों, उपेक्षितों, पिछड़ों और अतिपिछड़ों की नहीं? वही उन्होंने कहा कि संघ और BJP देश के पिछड़ों को जानवरों से भी बदतर मानती है। इसलिए इन्हें जातीय गणना और जातीय सर्वे से दिक्कत है। उन्होंने कहा की भाजपा को पिछड़ों से इतनी नफरत और दुश्मनी क्यों? अब लालू प्रसाद के इस बयान से बिहार में सियासत तेज हो गई है। यह पहली बार नहीं है जब लालू प्रसाद ने बिहार में होने वाले जातीय गणना को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है। वही इसके पूर्व 5 मई को लालू प्रसाद ने सोशल मीडिया पर लिखा था कि जातिगत गणना बहुसंख्यक जनता की मांग है और यह हो कर रहेगा। भाजपा बहुसंख्यक पिछड़ों की गणना से डरती क्यों है? उन्होंने पहले भी कहा था कि जो जातीय गणना का विरोधी है वह समता, मानवता, समानता का विरोधी है और ऊंच- नीच, गरीबी, बेरोजगारी, पिछड़ेपन, सामाजिक और आर्थिक भेदभाव का समर्थक है। देश की जनता जातिगत गणना पर भाजपा की कुटिल चाल और चालाकी को समझ चुकी है।