लोजपा (रा) ने जातीय गणना रिपोर्ट को बताया भ्रामक व त्रुटि पूर्ण, तिवारी बोले- सरकार ने आधे-अधूरे पेश किए आंकड़े

पटना। बिहार में जातीय जनगणना के सरकार द्वारा किए गए सार्वजनिक आंकड़ों को लोजपा (रा) ने भ्रामक और त्रुटि पूर्ण बताया है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि हमारी पार्टी लंबे समय से जातीय जनगणना की मांग करती रही है और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान जातीय जनगणना के मजबूत पक्षधर रहे है। हमारी पार्टी बिहार के दलित शोषितों वंचितों और गरीबों के हित के लिए सदैव संघर्षरत रही है और जातीय जनगणना को लेकर आवाज उठाती रही है, लेकिन जिस तरह से बिहार सरकार ने आंकड़ों को सार्वजनिक किया है उस समाज में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है। जातिय जनगणना के तहत समाज के सभी लोगों के आर्थिक सामाजिक पारिवारिक स्थिति को संग्रहित किया गया है, जबकि सरकार द्वारा सिर्फ आधे अधूरे आंकड़े पेश किए गए हैं। जिससे संशय की स्थिति हो गई है, तिवारी ने आगे कहा कि जिस तरह से आंकड़े संग्रहित किए गए हैं उन्हें मूल रूप में सार्वजनिक करने की जरूरत है। जिससे बिहार की सामाजिक आर्थिक और खासकर दलित शोषित वंचित और समाज के अंतिम पायदान पर खड़े लोगों की वास्तविक स्थिति स्पष्ट हो सके। लेकिन सरकार ने आंकड़ों की बाजीगरी की है जो सर्वथा भ्रामक है। तिवारी ने सरकार से जातीय जनगणना के उन तमाम बिंदुओं को प्रकाशित करने की मांग की है जिससे बिहार के जनमानस के वास्तविक स्थिति को मध्देनजर रखते हुए उनके उन्नति और उत्थान योजना बना सके साथ ही सरकार को यह भी बताना चाहिए कि पिछले 35 वर्षों की महागठबंधन की सरकार ने दलितों वंचितों शोषितों और समाज के अंतिम पायदान पर खड़े गरीबों के लिए कौन से लोक कल्याणकारी कार्य किए हैं, जिससे उनका जीवन स्तर में सुधार हुआ है।

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