इको टूरिज्म को बढ़ावा देने को विंग एवं सोसायटी की करें स्थापना : CM नीतीश

मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में बिहार राज्य वन्यप्राणी पर्षद की 9वीं बैठक संपन्न
निर्माणाधीन सभी रोप-वे का निर्माण कार्य शीघ्र पूर्ण करने का निर्देश
अररिया में बिहार का दूसरा नया चिड़ियाघर बनाये जाने पर सहमति


पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में गुरूवार को बिहार राज्य वन्यप्राणी पर्षद की 9वीं बैठक मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित संवाद कक्ष में आयोजित की गई। बैठक में अपर मुख्य वन संरक्षक पीके गुप्ता ने वन्य प्राणी संरक्षण संबंधी एक विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया। प्रस्तुतीकरण में पर्षद की 8वीं बैठक की कार्यवाही संपुष्टि एवं अनुपालन के संबंध में जानकारी दी गई।  बैठक में यह भी जानकारी दी गई कि आश्रयणी स्थलों पर चिकित्सकों की तैनाती कर दी गई है।


बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुये कहा कि बिहार में इको टूरिज्म की असीम संभावनाएं हैं। वाल्मिकीनगर, मंगुराहा (पश्चिमी चंपारण), राजगीर, गया, नवादा, अररिया, कैमूर सहित अन्य स्थानों पर भी इको टूरिज्म को विकसित करें। उन्होंने कहा कि इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग इको टूरिज्म विंग एवं सोसायटी की स्थापना करे। सीएम ने कहा कि राजगीर में बनायी जाने वाली एलिवेटेड सड़क के निर्माण के बाद आवागमन में काफी सहुलियत होगी तथा इस क्षेत्र का और विकास होगा। इसके निर्माण हेतु कार्रवाई जल्द आरंभ करें। उन्होंने कहा कि राजगीर में दोनों रोप-वे (नया एवं पुराना) के बेस स्टेशन के पास इंटिग्रेटेड बिल्डिंग का निर्माण किया जाएगा, जिसमें सभी गाड़ियों की एक साथ पार्किंग, पर्यटकों के लिए रेस्टूरेंट एवं अन्य जरुरी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इसके निर्माण कार्य को जल्द आरंभ करें। अररिया जिले के फारबिसगंज में 289 एकड़ में बिहार राज्य का दूसरा नया चिड़ियाघर रानीगंज वृक्ष वाटिका बनाये जाने पर मुख्यमंत्री ने सहमति दी। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि इंटरनेट के माध्यम से लोगों के लिये संजय गांधी जैविक उद्यान, पटना में रह रहे जानवरों की लाइव स्ट्रीम देखने की व्यवस्था की जायेगी, इसके लिये सभी आवश्यक कार्रवाई पूर्ण करें।
इसके पहले बैठक में पीके गुप्ता ने बताया कि पशु विज्ञान विश्वविद्यालय एवं वन विभाग के सहयोग से अब पालतू जीवों के साथ-साथ वन्यप्राणी चिकित्सा एवं सेहत प्रबंधन के भी कोर्स शामिल किए गए हैं। पशु चिकित्सकों को जंगली जानवरों के इलाज के लिये टेनिंग करायी गयी है। बैठक में बताया कि मंगुराहा में नेचर अवेयरनेस सेंटर की स्थापना की गयी है। वाल्मिकीनगर मेंं इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिये गंडक नदी में मोटर बोट सेवा के साथ-साथ नेचर सफारी, टूर पैकेज, प्रतिदिन नि:शुल्क सांस्कृतिक कार्यक्रम की व्यवस्था की गयी है। सोशल मीडिया के माध्यम से अलग-अलग जानवरों एवं पक्षियों के संबंध में तथा प्रकृति संरक्षण के लिए किए जा रहे कार्यों की विस्तृत जानकारी लोगों को दी जा रही है। इस दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बिहार राज्य वन्यप्राणी पर्षद के सदस्यों ने अपने विचार एवं सुझाव रखे।
बैठक में उप मुख्यमंत्री सह पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री सुशील कुमार मोदी, मुख्य सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन के प्रधान सचिव दीपक कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एके पांडेय, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह उपस्थित थे, जबकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से वन्यप्राणी पर्षद के सदस्य, विधायक मनीष कुमार, विधान पार्षद संजय कुमार, संजय प्रकाश सहित अन्य सदस्य एवं पदाधिकारी भी जुड़े हुए थे।

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