मधुमेह पर नियंत्रण को लेकर चिकित्सकों ने निकाली जागरूकता रैली, कहा- आंख व किडनी को कर रहा डैमेज

पटना। डायबिटिज के प्रति लोगों में जागरुकता को लेकर आइएमए और एआईओएस के पीडीबी प्रोजेक्ट के तत्वावधान में शुक्रवार को जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। रैली पटना के चिड़िया घर गेट नंबर-2 से निकलकर ईको पार्क गेट नंबर-1 तक गई। इसमें बड़ी संख्या में डॉक्टर और मेडिकल स्टूडेंट शामिल हुए। इससे पहले कार्यक्रम का उद्धाटन स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे और सीएम के सलाहकार अंजनी कुमार सिंह के द्वारा किया गया।
मधुमेह की पहचान सही समय पर होना चाहिए
इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आधा घंटे तक व्यायाम और उचित खानपान से डायबिटीज से पार पाया जा सकता है। कहा कि मधुमेह रोग की पहचान सही समय पर होना चाहिए अन्यथा यह शरीर के कई महत्वपूर्ण अंगों को डैमेज कर देता है।
डायबिटीज एक जटिल बीमारी
वहीं अंजनी सिंह ने कहा कि डायबिटीज एक जटिल बीमारी है लेकिन थोड़े से अनुशासन के साथ यह संभव है कि आप अपने मधुमेह को सफलतापूर्वक प्रतिबंधित कर सकते हैं और इस तरह हृदय की जटिलता होने के जोखिम को कम भी कर सकते हैं।
डायबिटिक रैटीनोपैथी का रहता है जोखिम
डॉ. सुनील कुमार सिंह, आईएम, एआईओएस, पीडीबी परियोजना के राज्य समन्वयक ने बताया कि डायबिटीज बहुत ही आम बीमारी बन चुकी है। मधुमेह बचपन में भी हो सकता है। लेकिन आमतौर पर यह जीवन के बाद के वर्षों में ही उत्पन्न होता है। मधुमेह एक मल्टी सिस्टम डिजीज है, जो अक्सर आंखों व गुर्दों को प्रभावित करता है। मधुमेह से होने वाली गंभीर स्थितियों में से एक है डायबिटिक रैटीनोपैथी। डायबिटिक रैटीनोपैथी अंधेपन के सबसे अहम कारणों में से एक है। डायबिटिक रैटीनोपैथी आंख के रैटीना पर असर डालता है।
लोगों में जागरुकता का अभाव
डॉ. अमित ने कहा कि मधुमेह को लेकर लोगों में जागरुकता का अभाव है। कई बार लोग किसी दूसरे बीमारी का आॅपरेशन कराने पहुंचते हैं और उस दौरान जांच की जाती है तो पता चलता है कि शुगर का लेवल काफी बढ़ा हुआ है।
ये डॉक्टर हुए शामिल
मौके पर डॉ. नागेन्द्र प्रसाद, डॉ. राणा एसपी सिंह, डॉ. अजय कुमार, डॉ. अनीता अम्बस्ता, डॉ. वर्षा सिंह , डॉ. आर. के. रंजन, पुरुषोत्तम सिंह, सुधाकर उमेश्वर सिंह, निकि सिंह, अमित रंजन, राणा कुमार सिंह आदि ने भाग लिया।

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