पटना में डेंगू ने खोली स्वास्थ्य विभाग के दावों की पोल : अस्पताल में बेड नहीं, नगर निगम के दावे भी फेल

पटना। डेंगू का प्रकोप राजधानी पटना समेत बिहार के कई जिलों में बढ़ने लगा है। एक महिला डाक्टर समेत सात लोगों की मौत डेंगू से हो गई है। बिहार के सभी बड़े अस्पतालों में डेंगू के मरीजों से बेड फूल हो गए हैं। मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ ही पीएमसीएच से दवा भी खत्म हो गई है। इस मामले में अस्पताल प्रबंधन से उसका पक्ष लेने के लिए कई बार प्रयास किया गया। लेकिन पीएमसीएच के अधीक्षक ने फोन नहीं उठाया। डेंगू का प्रकोप बढ़ने के साथ ही प्राइवेट अस्पतालों में भी इसके मरीज पहुंचने लगे हैं। यहां पर भी अब धीरे-धीरे बेड फुल होने लगे हैं। इधर, पीएमसीएच में भर्ती मरीजों के परिजनों ने बताया कि अस्पताल प्रबंधन की तरफ से पैरासिटामॉल तक नहीं दिया जा रहा है। डेंगू के इलाज के लिए इस्तेमाल होने वाली दवाओं की घोर किल्लत है। दवा की खरीदारी बाहर से ही करनी पड़ रही है। पटना के जीएम रोड में थोक दवा व्यापारी का कहना है कि जब से पटना में डेंगू का कहर बढ़ा है, पैरासिटामॉल, एंटीबायोटिक, एंटीइंफेक्शन और मल्टीविटामिन की मांग करीब 60 प्रतिशत तक बढ़ गई है।
अस्पताल ही बना हॉट स्पॉट
पीएमसीएच में इलाज के लिए आए मरीज के परिजनों ने कहा कि घर से ज्यादा डेंगू के मच्छर अस्पताल में परेशान कर रहे हैं। मरीज तो मच्छरदानी में हैं। लेकिन, हमलोग खुले में मच्छरों के बीच रहने को विवश हैं। मरीज के कई परिजन अभी तक डेंगू के डंक के शिकार हो चुके हैं। अस्पताल प्रबंधन से मच्छर को लेकर कई बार शिकायत हमलोगों ने किया, लेकिन कोई नहीं सुनता है। हर कोई एक दूसरे पर आरोप लगा कर अपना पल्ला झाड़ रहा है।
पटना नगर निगम के दावे भी हुए फेल
पटना नगर निगम की ओर से प्रतिदिन फॉगिंग करने का दावा किया जा रहा है। लेकिन, पटना नगर निगम का यह दावा हवा में ही है। नगर निगम की ओर से कुछ क्षेत्रों में जरुर फॉगिंग किए जा रहे हैं। लेकिन, अभी भी कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां पर डेंगू का प्रकोप रहने के बावजूद फॉगिंग नहीं हो रहा है। यही कारण है की डेंगू का प्रकोप रुकने के बदले बढ़ता ही जा रहा है।

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