रघुवंश बाबू की 76वीं जयंती पर उनकी अंतिम इच्छा को पूरा करने की मांग

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पटना। राजद के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने सरकार से पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ समाजवादी नेता डॉ. रघुवंश प्रसाद सिंह के जन्मदिन के अवसर पर उन मांगों के संदर्भ में घोषणा करने की मांग की है, जिसे उन्होंने अपने स्वर्गवासी होने के पहले मुख्यमंत्री को संबोधित पत्र के माध्यम से किया था।
राजद प्रवक्ता ने बताया कि आगामी 6 जून को रघुवंश बाबू की 76वीं जयंती है। रघुवंश बाबू ने मरणासन्न स्थिति में हीं 10 सितंबर 2020 को उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को संबोधित करते हुए तीन पत्र और एक पत्र सिंचाई मंत्री को संबोधित करते हुए लिखा था और 13 सितंबर को उनका निधन हो गया। इन पत्रों के माध्यम से उन्होंने अपने उन इच्छाओं को सरकार के सामने रखने का काम किया था, जिसके लिए वे प्रयासरत रहते हुए भी अपने जीवनकाल में पूरा नहीं कर सके थे। राजद प्रवक्ता ने कहा कि स्व. डॉ. रघुवंश प्रसाद सिंह द्वारा किये गये मांगों को यदि उनकी जयंती के अवसर पर सरकार द्वारा मान ली जाती है तो यह उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
रघुवंश बाबू ने की थी ये मांगें
राजद प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री को लिखे पहले पत्र में उन्होंने मांग की थी कि स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस के अवसर पर प्रतिवर्ष वैशाली गढ़ पर सरकारी आयोजन किया जाये और महामहिम राज्यपाल अथवा मुख्यमंत्री द्वारा झंडोतोलन किया जाये, जैसे एकीकृत बिहार में पटना और रांची में झंडोतोलन की परम्परा थी। दूसरे पत्र में उन्होंने भगवान बुद्ध का भिक्षा-पात्र अफगानिस्तान से वैशाली मंगवाने की मांग की थी। मुख्यमंत्री को लिखे तीसरे पत्र में रघुवंश बाबू ने मनरेगा से आम किसानों को जोड़ने की मांग की थी। वहीं सिंचाई मंत्री को संबोधित पत्र में रघुवंश बाबू ने समाजवादी विचारक और साहित्यकार रामवृक्ष बेनीपुरी जी के घर की सुरक्षा के लिए मुजफ्फरपुर के कटौंझा धार को दोनों तटबंधों के बीच लाने का आग्रह किया था।

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