देश में फिर से डराने लगी कोरोना की रफ़्तार; 2 दिनों में मिले 3 हज़ार से अधिक केस, एक्सपर्ट्स ने किया सावधान

नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस से खतरे की घंटी बज गई है। पिछले 24 घंटे में 1800 से ज्यादा नए मामले दर्ज किए गए हैं। लगातार दूसरे दिन कोविड संक्रमितों की संख्या 1800 से ज्यादा पहुंच गई है। इससे देश में एक्टिव मरीज भी बढ़कर 10 हजार से ज्यादा हो गए हैं। कोविड के बढ़ते मामलों के बीच नई लहर आने की आशंका भी है। कोविड के ग्राफ में हो रहे उछाल को देखते हुए आईसीएमआर ने लोगों को भीड़ में मास्क लगाने की सलाह दी है। सरकार भी कोविड की रोकथाम के लिए पर्याप्त कदम उठा रही है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोविड के बढ़ते केस को देखते हुए लोगों को सतर्क रहने को कहा है। इस बीच ये सवाल भी उठ रहा है कि कोरोना के मामले फिर से क्यों बढ़ने लगे हैं। आइए जानते हैं कि एक्सपर्ट्स क्या कहते हैं।
वायरस में म्यूटेशन से बढ़ रहे केस
कोरोना के वायरस में लगातार म्यूटेशन हो रहा है। यही कारण है कि पिछले तीन सालों से इस वायरस के नए -नए सब वेरिएंट्स सामने आ रहे हैं। इसी कड़ी में ओमिक्रॉन का सब वेरिएंट एक्सबीबी.1.16 भी आया है, जो देश में लगातार फैल रहा है। ऐसे में आशंका है कि इस वेरिएंट की वजह से ही कोविड के केस बढ़ रहे हैं। हालांकि राहत की बात यह है कि ये वेरिएंट ज्यादा संक्रामक नहीं है। इससे डेथ या फिर हॉस्पिटलाइजनेश में कोई इजाफा नहीं हो रहा है।
मौसम में बदलाव भी वजह
कोविड एक्सपर्ट बताते हैं कि मौसम में हो रहा बदलाव भी कोरोना वायरस के फैलने का एक कारण है। इस मौसम में वायरस और बैक्टीरिया एक्टिव हो जाते हैं। इससे संक्रमण का प्रसार तेजी से होता है। चूंकि लोग मास्क का प्रयोग नहीं कर रहे हैं तो कोरोना फैल रहा है। लोगों को सलाह है कि मास्क जरूर लगाएं और कोविड से बचाव के सभी नियमों का पालन जरूर करें। डॉ सिंह का कहना है कि कोविड के बढ़ते मामलों से घबराने की जरूरत नहीं है। ये केस कुछ दिन बाद कम होने लगेंगे, किसी नई लहर के आने की आशंका पर डॉ सिंह कहते हैं कि कोविड का छोटा सा पीक देखने को मिल सकता है, लेकिन दूसरी या तीसरी लहर की तरह मामलों में ज्यादा इजाफा नहीं होगा।

 

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