सुशील मोदी ने राज्यसभा में उठाया छपरा शराब कांड मामल, बोले- CM चाहते है शराबबंदी तो माफियों पर कारवाई क्यों नहीं करते

पटना। बिहार के छपरा में जहरीली शराब से 40 लोगों की मौत हो गई है। जिसके बाद से राज्य से लेकर केंद्र तक बिहार में लागु शराबबंदी कानून को लेकर सवाल उठने शुरू हो गए हैं। बिहार विधानमंडल में BJP के तरफ से किए जा रहे हगामें के साथ ही साथ अब राज्यसभा और लोकसभा में यह मामला काफी तेजी से उछल रहा है। BJP के राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने इसको लेकर सवाल उठाते हुए कहा कि नीतीश कुमार यदि सही में शराबबंदी चाहते हैं तो फिर माफियों पर कार्रवाई क्यों नहीं करते हैं। बता दे की बिहार के छपरा में जहरीली शराब से मौत का आंकड़ा 40 पार हो चूका है। वही अभी भी इसको लेकर राजनीतिक बयानबाजी जारी है। इसी कड़ी में अब इस पुरे मामले को लेकर राज्यसभा में भी सवाल उठाये जा रहे हैं। वही राज्यसभा में BJP सांसद सुशील कुमार मोदी ने इस मामले में नीतीश कुमार और बिहार सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा है कि बिहार में शराबबंदी लागू हैं। लेकिन, इसके बाबजूद इतनी बड़ी संख्या में लोग क्यों शराब पीकर मर रहे हैं। क्यों इतनी बड़ी संख्या में लोग जेल जा रहे हैं। क्या यह सही है कि बिहार में नीतीश कुमार की सरकार राज्य को पुलिस राज में बदल देना चाहती है।

वही आगे उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी हम हमेशा से शराबबंदी के पक्ष में रहे हैं। लेकिन इतनी बड़ी संख्या में लोगों की जो जान गई है। उसको लेकर समीक्षा होनी चाहिए की आखिरकार कहां चूक हुई है और हर रोज इस तरह की घटना कैसे सामने आती है। इसके साथ ही छपरा कांड की जिम्मेदारी खुद CM को लेना चाहिए। इसके साथ ही उन्हें समझना चाहिए की यह उनकी असफलता है और इसका जिम्मा अपने ऊपर लेकर कारवाई करनी चाहिए। इसके साथ ही सभी लोगों से उनको माफ़ी मांगनी चाहिए। इसके आलावा उन्होंने कहा कि नीतीश जिस तरीके से विधानसभा के अंदर तुम-ताम पर उतर आए, अपने गुस्से का इजहार किया यह अत्यंत अशोभनीय है। बता दे कि बिहार के सारण जिले में हर घंटे जहरीली शराब से मौत का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। यहां जहरीली शराब पीने से अब तक 40 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। जबकि कई लोगों की आंखों की रोशनी चली गई। वहीं शराब कांड में प्रशासन ने कारवाई करते हुए SDPO का ट्रांसफर, थानाध्यक्ष और कांस्टेबल को किया सस्पेंड कर दिया है।

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