पटना में नई शिक्षक नियमावली को लेकर नीतीश-तेजस्वी का पुतला दहन, अभ्यर्थियों ने चाचा-भतीजा मुर्दाबाद के लगाये नारे

पटना। राज्य सरकार ने शिक्षक बहाली को लेकर नई नियमावली जारी की है। वही इसके बाद से ही एसटीईटी के अभ्यर्थियों के द्वारा इस नियमावली का विरोध किया जा रहा है। आक्रोशित अभ्यर्थी लगातार सरकार से इस नियमावली को वापस लेने की अपील की जा रही है। अभ्यर्थियों का कहना है कि यह नियमावली काला कानून है और इसे शिक्षक नियोजन ना करने के लिए लाया गया है। बता दें कि राजधानी पटना समेत राज्य के अन्य जिलों में भी अभ्यर्थियों द्वारा इस नियमावली का विरोध किया जा रहा है। वही इसी क्रम में आज यानी गुरुवार को पटना के कारगिल चौक पर एसटीईटी अभ्यर्थियों के द्वारा CM नीतीश, डिप्टी CM तेजस्वी यादव और शिक्षा मंत्री प्रो. चन्द्रशेखर का पुतला दहन किया गया। वही अभ्यर्थियों ने सरकार का विरोध करते हुए जमकर चाचा-भतीजा मुर्दाबाद का नारा लगाया। अभ्यर्थियों ने सरकार से STET-19 की नियुक्ति की मांग की है। अभ्यर्थियों का कहना है कि नियुक्ति को लेकर अब कोई छलावा नहीं चलेगी। दरअसल, बिहारल सरकार ने शिक्षक नियुक्ति के लिए नई नियमावली लाई है। जिसके तहत अब शिक्षकों की नियुक्ति BPSC के माध्यम से होगी। इसके लिए लिखित परीक्षा ली जाएगी। नियोजित शिक्षकों को भी इन परीक्षाओं से गुजरना होगा। शिक्षक पात्रता परीक्षा पास करने वालों को अब पहले की तरह नौकरी नहीं मिलेगी। वहीं सबसे खतरनाक प्रवाधान नियोजित शिक्षकों के लिए किया गया है। अगर 3 बार में वे दक्षता परीक्षा पास करने में असफल हो जाएंगे तो उनका स्वतः रिटायरमेंट भी तुरंत प्रभाव से मान लिया जाएगा। यही वजह है कि नियोजित शिक्षकों के साथ शिक्षक पात्रता परीक्षा पास करने वाले भी सरकार के इस फैसले से खफा हैं। विरोध प्रदर्शनों का दौर शुरू हो गया है। काला बिल्ला लगा कर विरोध पकट किया जा रहा है।

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