PATNA : नवनिर्मित बोरिंग पंप भवन धराशायी, पार्षद ने रात में खुदाई नहीं करने का किया था आग्रह

पटना सिटी। वार्ड संख्या 69 में मालसलामी थाना के सामने स्थित भैसानी टोला में एक करोड़ 12 लाख की लागत से तैयार नवनिर्मित उच्च प्रवाही जलापूर्ति बोरिंग पंप का उद्घाटन बीते 19 जून को महापौर सीता साहू, पार्षद विकास कुमार उर्फ विक्की व नितिन कुमार रिंकू ने किया था। वहीं ठीक एक सप्ताह बाद चालू किए गए बोरिंग पंप का नवनिर्मित भवन शनिवार की अलसुबह धराशायी हो गया। भवन गिरने से आसपास के मकान हिल गए और विद्युत सेवा बाधित हो गई। मोहल्लेवासी अनहोनी की आशंका से ग्रसित होकर घरों के बाहर निकल गए। भवन गिरने से बोरिंग पंप से जलापूर्ति ठप हो गई। पाइप क्षतिग्रस्त होने से पानी तेजी से निकलने लगा और निर्माणाधीन सामुदायिक भवन के गड्ढे में गिरने लगा।
एक दर्जन मोहल्लों में पेयजल संकट
जल पर्षद के सहायक अभियंता विनोद कुमार तिवारी ने बताया कि भवन गिरने से पंप ठप हो गया है। बोरिंग पंप के स्थिति की जांच की जा रही है। मलबा हटाया जा रहा है। बोरिंग पंप ठप होने से एक दर्जन मोहल्लों में पेयजल संकट व्याप्त हो गया है। लगभग बीस हजार की आबादी त्रस्त है।
पार्षद ने रात में खुदाई नहीं करने का किया था आग्रह
वार्ड पार्षद विकास कुमार उर्फ विक्की ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि मालसलामी पुरानी बस डिपो में लगातार भवन निर्माण कार्य चल रहा था। सटे पुल साईड बोरिग से लगभग 20 फीट गहरी खुदाई की गई थी, जिसकी सूचना पाते होते ही शुक्रवार की रात लगभग 12 बजे कार्य पर रोक लगाया गया। कहा गया कि निर्माण मानक के अनुसार किया जाये, जिससे किसी अन्य संपति का नुकसान न हो। उनके द्वारा कहा गया कि कार्य को मानक के अनुसार ही पूरा करेंगे। उसके बाद कार्य को पुन: 2 बजे रात्रि में आरंभ किया गया। जिससे लगभग 3 बजे बोरिंग पंप का भवन धराशायी हो गया। भवन धराशायी होने सूचना मिलने के उपरांत पार्षद ने निगम के अधिकारियों से जांच की मांग की है। बस डिपो के अधिकारियों ने एक महीने की अवधि में बोरिंग भवन तथा अन्य नुकसान का पुन: निर्माण करने का आश्वासन दिया है।
बता दें भैसानी टोला में एक करोड़ 12 लाख की लागत से तैयार नवनिर्मित उच्च प्रवाही जलापूर्ति बोरिंग पंप का उद्घाटन 19 जून को किया गया था। बोरिंग पंप के चालू होने के बाद से मालसलामी, भैसानी टोला, बड़ी बगीचा, भरतपुर सिमली, रामजानकी ठाकुरबाड़ी गली, मंसूरगंज, छोटी नगला मोहल्ला समेत अन्य मोहल्ला के लोगों ने पेयजल संकट से राहत पाया था। पंप के ठप पड़ने से लगभग बीस हजार की आबादी त्रस्त है।

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