बिहार में आयुर्वेद के विकास बंद पड़े आयुर्वेदिक कॉलेजों को फिर से शुरू करने जा रही बिहार सरकार

बिहार। बिहार में आयुष चिकित्सा को बढ़ावा देने तथा आयुष चिकित्सा के मूलभूत ढांचे के विकास करने के उद्देश्य से बिहार सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। मिली जानकारी के अनुसार बिहार स्वास्थ्य विभाग बिहार के बंद पड़े आयुर्वेदिक कॉलेजों को एक बार फिर से शुरू करने का निर्णय लिया है। बताया जा रहा है कि सरकार में इसके लिए आम सहमति बन चुकी है और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने इन आयुर्वेदिक कॉलेजों को खोलने का ऐलान किया है। बताया जा रहा है कि इन आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज में एक बार फिर से नए सत्र में आयुष चिकित्सा की पढ़ाई हो सकेगी।

बता दें कि बिहार सरकार आयुष चिकित्सा के पुनर्विकास तथा डेवलपमेंट के उद्देश्य से बिहार के बक्सर भागलपुर और दरभंगा में बंद पड़े आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेजों को एक बार फिर से शुरू करने जा रही है। इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने जानकारी देते हुए बताया है कि बिहार में आयुष चिकित्सा पद्धति के बेहतर विकास के उद्देश्य से स्वास्थ विभाग ने यह बड़ा निर्णय लिया है।

जानकारी के अनुसार, बिहार के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और वेलनेस सेंटर पर आयुर्वेदिक इलाज की सुविधा लोगों के लिए उपलब्ध होगी। इसके साथ साथ राजधानी पटना और गोपालगंज में 50 बेड के आयुष हॉस्पिटल की स्थापना भी की जाएगी। बता दे कि बक्सर के साथ-साथ भागलपुर और दरभंगा में चल रहे आयुर्वेदिक कॉलेजों को बंद कर दिया गया था। इसके साथ ही सरकार बेगूसराय और दरभंगा के राजकीय आयुर्वैदिक महाविद्यालय में दो नए भवन का भी निर्माण करेगी।

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