बेनीपट्टी नरसंहार के दोषियों को मिले फांसी की सजा, पीड़ित परिवार ने प्रशासन पर लगाए संगीन आरोप

मधुबनी (बेनीपट्टी)। बिहार के मधुबनी जिला के बेनीपट्टी के महमदपुर गांव में एक साथ छह लोगों के नरसंहार के बाद पीड़ित परिवार से रविवार को एक प्रतिनिधिमंडल मिला। प्रतिनिधिमंडल में बिहार सरकार के पूर्व मंत्री जयकुमार सिंह, भूमि विकास बैंक के अध्यक्ष विजय सिंह, प्रख्यात नेत्र चिकित्सक डॉ. सुनील कुमार सिंह, पूर्व विधायक मंजीत सिंह, जदयू के पूर्व प्रदेश महासचिव शैलेंद्र प्रताप सिंह, जदयू के वरिष्ठ नेता राणा रणधीर सिंह चौहान और ललन सिंह शामिल रहे। सभी ने पीड़ित परिवार से मिलकर उनकी आपबीती और व्यथा सुनी। इस दौरान पीड़ित परिवार ने प्रशासन पर संगीन आरोप लगाए और नरसंहार के पहले और बाद दोनों परिस्थितियों में प्रशासन की लापरवाही को कारण बताया।
प्रतिनिधिमंडल को पीड़ित परिवार ने यह भी बताया कि परिवार के एकमात्र जीवित सदस्य को भी झूठे मुकदमे में फंसाया गया है। यही नहीं इलाज के क्रम में जाने के दौरान प्रशासन ने उनलोगों की गाड़ी भी रोकी। पीड़ित परिवार से मिलने के बाद नेताओं ने कहा कि ऐसे नृशंस नरसंहार में जिला प्रशासन की नाकामी और लापरवाही स्पष्ट दिख रही है। मामले के खुलासे के लिए जरूरी है कि इसकी विस्तृत और न्यायिक जांच हो। सभी ने अविलंब नामजद आरोपियों को गिरफ्तार करने की भी मांग की।
इस दौरान उन्होंने कहा कि मृतकों के जाने के बाद उनका परिवार असहाय है और यह स्थिति दर्दनाक है। बच्चे को पता नहीं है कि उसका पिता कभी नहीं लौटेगा और एक मृतक की चार बेटियों के सिर से पिता का साया उठ गया। इस जघन्य नरसंहार के दोषियों को हर हाल में फांसी की सजा मिलनी चाहिए। राज्य सरकार को पूरे मामले का स्पीडी ट्रायल कराकर सभी दोषियों को कड़ी सजा दिलाने की पहल करनी चाहिए। साथ ही राज्य सरकार आश्रितों को मुआवजा, नौकरी और बच्चों के पालन-पोषण की पूरी व्यवस्था करे। साथ ही इस मामले में प्रत्यक्ष और परोक्ष सभी दोषियों को सीधे फांसी की सजा मिले।

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