मुंगेर लोकसभा: चुनाव कार्य से हटाई गई एएसपी लिपि सिंह, लोगों ने क्या कहा…

पटना। बाढ़ अनुमंडल में लेडी सिंघम के नाम से जाने जाने वाली आईपीएस अधिकारी लिपि सिंह को चुनाव कार्य से दूर रखने के फैसले से अनुमंडलवासी हतप्रभ हैं। चुनाव आयोग द्वारा लिए गए इस फैसले पर लोगों ने नाराजगी जताई है और कहा है कि एएसपी लिपि सिंह राजनीतिज्ञों के षडयंत्र का शिकार हो गई हैं। लोगों का कहना है कि मुंगेर लोकसभा क्षेत्र में जिस तरह का माहौल बना है, ऐसे माहौल में भयमुक्त  और शांतिपूर्ण चुनाव कराना चुनाव आयोग के लिए टेढ़ी खीर साबित होगा। वहीं उनके विभाग के अधिकारी भी चुनाव आयोग के इस फैसले से हैरान हैं।

बता दें सहायक पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह ने अपने तकरीबन 6 माह के कार्यकाल के दौरान बाढ़ अनुमंडल में अपराधियों को सांप सूंघा रखा था, वे आम हो या खास किसी पर कार्रवाई करने से नहीं हिचकती थी। हालांकि चुनाव आचार संहिता खत्म होते ही पुनः वे बाढ़ अनुमंडल के एएसपी के तौर पर कार्यभार संभाल लेंगी। लेकिन इस चुनावी मौसम में मुंगेर लोकसभा से लेडी सिंघम के चुनाव कार्य से दूर करने पर लोगों में खासा नाराजगी देखा जा रहा है। लोग कह रहे हैं कि क्या मुंगेर लोकसभा में चुनाव कराना आसान हो पाएगा? जहां अपराधी एएसपी लिपि सिंह के डर से अपने मांद में छुपे हुए थे, कहीं वे लोकसभा चुनाव को प्रभावित ना करें।
गौरतलब है कि चुनाव आयोग द्वारा फैसला लिए जाने की भनक लगते ही एएसपी लिपि सिंह ने पटना एसएसपी गरिमा मल्लिक से बात की और सादगी के साथ बाढ़ अनुमंडल को छोड़ पटना रवाना हो गई।
बहरहाल देखना है कि चुनाव आयोग मुंगेर लोकसभा में भयमुक्त एवं शांतिपूर्ण चुनाव कराने और वोट पोलिंग बढ़ाने में कितना सफल हो पाती है, यह तो समय बताएगा। लेकिन यह तो तय है कि एएसपी के चुनाव कार्य से हट जाने से अनुमंडलवासियों में एक बार फिर दहशत और नाराजगी देखा जा रहा है।

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