बिहार के सरकारी स्कूलों के लिए मासिक और वार्षिक परीक्षा का कार्यक्रम जारी, सिलेबस पूरा करने को चलेगी विशेष कक्षाएं
पटना। बिहार में शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने और छात्रों की प्रगति के लिए सरकारी स्कूलों में मासिक और वार्षिक परीक्षाओं के शेड्यूल को लेकर सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। बिहार शिक्षा विभाग ने कक्षा एक से बारहवीं तक के छात्रों की परीक्षाओं का कार्यक्रम घोषित कर दिया है। इस शेड्यूल के अनुसार छात्रों के लिए विशेष कक्षाओं का भी आयोजन किया जाएगा ताकि वे परीक्षा से पहले पूरा सिलेबस अच्छे से समझ सकें और तैयारी कर सकें। कक्षा एक से आठ तक के छात्रों की अर्धवार्षिक परीक्षा 18 सितंबर से शुरू होगी और यह 24 सितंबर तक चलेगी। वहीं, कक्षा नौवीं से बारहवीं तक के छात्रों की मासिक परीक्षा का शेड्यूल कुछ अलग रखा गया है। कक्षा नौवीं और दसवीं की मासिक परीक्षा 23 सितंबर से 26 सितंबर तक आयोजित की जाएगी, जबकि कक्षा ग्यारहवीं और बारहवीं के लिए यह परीक्षा 23 सितंबर से 30 सितंबर तक चलेगी। सरकार ने यह भी सुनिश्चित किया है कि छात्रों को परीक्षा से पहले सभी विषयों का सिलेबस पूरा कराया जाए। इसके लिए विशेष कक्षाओं का आयोजन किया जाएगा, जहां छात्रों को अतिरिक्त समय और मदद दी जाएगी। इस कदम का मुख्य उद्देश्य यह है कि छात्र परीक्षा के दौरान किसी भी विषय में पिछड़ें नहीं और उन्हें सभी विषयों की स्पष्ट समझ हो। सरकार ने यह भी घोषणा की है कि परीक्षाओं की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन दुर्गापूजा की छुट्टी से पहले पूरा कर लिया जाएगा। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन पारदर्शी तरीके से किया जाए। जांच पूरी होने के बाद, उत्तरपुस्तिकाएं छात्रों को वापस दी जाएंगी ताकि वे अपनी गलतियों को देख सकें और उन्हें सुधारने का प्रयास कर सकें। इसके अतिरिक्त, शिक्षकों को यह निर्देश दिया गया है कि वे छात्रों को सही उत्तर बताएं ताकि वे अपने उत्तरों को सुधार सकें और आगामी परीक्षाओं के लिए बेहतर तैयारी कर सकें। छात्रों की प्रगति पर नजर रखने और उन्हें बेहतर मार्गदर्शन देने के लिए अभिभावकों के साथ नियमित बैठकें आयोजित की जाएंगी। इन बैठकों का उद्देश्य यह है कि अभिभावक भी अपने बच्चों की शैक्षणिक प्रगति के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकें और जहां आवश्यक हो, उन्हें और बेहतर तरीके से सहायता कर सकें। इसके अलावा, शिक्षकों और अभिभावकों के बीच समन्वय स्थापित करने के लिए यह बैठकें काफी महत्वपूर्ण होंगी। जो छात्र अभी तक किसी कारणवश नामांकन नहीं करवा पाए हैं, उनके लिए भी यह सूचना महत्वपूर्ण है कि सरकार ने नामांकन की अंतिम तिथि की घोषणा कर दी है। यह उन छात्रों के लिए अंतिम अवसर है, जो अब तक दाखिला लेने में असमर्थ रहे हैं। स्कूलों में सीटें सीमित हैं, इसलिए छात्रों को समय पर नामांकन कराने का सुझाव दिया गया है ताकि उन्हें शिक्षा से वंचित न होना पड़े।बिहार के माध्यमिक शिक्षा निदेशक, योगेंद्र सिंह, ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि परीक्षाएं समय पर और पारदर्शी तरीके से आयोजित की जाएं। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने का आदेश दिया है कि सभी छात्रों को परीक्षा से पहले पूरा पाठ्यक्रम पढ़ाया जाए ताकि किसी भी छात्र को परीक्षा में कठिनाई न हो। इसके अलावा, परीक्षा संचालन में किसी भी प्रकार की अनियमितता न हो, इसके लिए प्रशासनिक अधिकारियों को कड़ी नजर रखने की हिदायत दी गई है। बिहार सरकार का यह कदम शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। परीक्षा शेड्यूल की घोषणा और सिलेबस पूरा कराने के लिए विशेष कक्षाओं का आयोजन यह दर्शाता है कि सरकार शिक्षा के महत्व को गंभीरता से ले रही है। इस प्रक्रिया से छात्रों को न केवल बेहतर शैक्षणिक ज्ञान प्राप्त होगा, बल्कि उन्हें परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए एक सुनियोजित रणनीति भी मिलेगी। इससे छात्रों का मनोबल भी बढ़ेगा, क्योंकि वे परीक्षा से पहले पर्याप्त तैयारी कर सकेंगे। बिहार के सरकारी स्कूलों में परीक्षाओं का यह शेड्यूल छात्रों की शैक्षणिक प्रगति के लिए एक सकारात्मक कदम है। विशेष कक्षाओं का आयोजन, पारदर्शी मूल्यांकन प्रक्रिया, और अभिभावकों के साथ बैठक जैसे कदम छात्रों के समग्र विकास में सहायक सिद्ध होंगे।