विदेशी धरती पर भारत के खिलाफ बयानबाजी कर देशद्रोह का काम कर रहे राहुल गांधी, जनता माफ नहीं करेगी : जीतनराम मांझी
पटना। राहुल गांधी के अमेरिका दौरे के दौरान दिए गए बयानों पर बिहार की राजनीति में काफी प्रतिक्रियाएं आई हैं। राहुल गांधी ने टेक्सास के डलास स्थित जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी में छात्रों के साथ संवाद करते हुए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों और उनके शासन पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनाव में गड़बड़ी की संभावना जताई और आरक्षण के खत्म होने की आशंका भी व्यक्त की थी। उन्होंने कहा कि भारत में बीजेपी और मोदी द्वारा फैलाया गया डर अब समाप्त हो गया है और भविष्य में भारतीय राजनीति में बड़े बदलाव होंगे। राहुल गांधी के इन बयानों पर बीजेपी, जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू), लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) और एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) में शामिल दलों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। इन दलों ने राहुल गांधी पर विदेशी धरती पर देश की चुनी हुई सरकार को अपमानित करने का आरोप लगाया है। हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के नेता और केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने राहुल गांधी के बयानों की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने राहुल गांधी के बयानों को “देशद्रोही” करार देते हुए कहा कि कोई भी सच्चा देशभक्त विदेशी धरती पर अपनी सरकार के खिलाफ अभद्र टिप्पणी नहीं करेगा। मांझी ने राहुल गांधी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग भी की और कहा कि नरेंद्र मोदी के रहते कोई आरक्षण को खत्म नहीं कर सकता। राहुल गांधी ने यह भी कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी का ‘56 इंच का सीना’ और भगवान से सीधा संबंध अब केवल इतिहास बन चुका है। यह बयान भारतीय राजनीति में हलचल का कारण बना। मांझी और अन्य एनडीए नेताओं का कहना है कि राहुल गांधी का यह बयान भारत की जनता और उसकी चुनी हुई सरकार का अपमान है, और जनता उन्हें इसका जवाब चुनाव में देगी। यह विवाद भारत की राजनीति में विदेशी मंचों पर दिए गए बयानों और उनके प्रभाव पर एक नई बहस को जन्म देता है।