इंडिया गठबंधन में दिल्ली में सीट शेयरिंग का ऐलान, चार सीटों पर आप तो तीन सीट पर कांग्रेस लड़ेगी चुनाव

  • दिल्ली समेत चार राज्यों में सीट शेयरिंग पर बनी सहमति, यूपी में भी इंडिया गठबंधन को लेकर सकारात्मक पहल

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी में चंडीगढ़ और 4 राज्यों में सीट शेयरिंग फॉर्मूला तय हो गया। दिल्ली में आप 4 सीटों पर और कांग्रेस 3 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। हरियाणा में कांग्रेस 9 और आप एक सीट पर चुनाव लड़ेगी। गुजरात में कांग्रेस 24 और आप 2 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। चंडीगढ़ की सीट कांग्रेस के खाते में गई है। शनिवार को कांग्रेस की तरफ से मुकुल वासनिक और आप नेता सौरभ भारद्वाज, आतिशी ने सीट शेयरिंग की औपचारिक घोषणा की। गोवा की दोनों लोकसभा सीटों पर कांग्रेस अपने कैंडिडेट उतारेगी। पंजाब में गठबंधन को लेकर कुछ नहीं कहा। कांग्रेस और आप वहां पर अलग-अलग चुनाव लड़ेंगी।
दिल्ली में 4-3 का फॉर्मूला निकाला
इंडिया की सदस्य आप और कांग्रेस के बीच 23 फरवरी को दिल्ली में बैठक हुई थी। दिल्ली की 7 लोकसभा सीट के लिए दोनों पार्टियों ने 4-3 का फॉर्मूला निकाला। कांग्रेस तीन सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी। इनमें चांदनी चौक, नॉर्थ वेस्ट और नॉर्थ ईस्ट दिल्ली की सीट हैं। वहीं, आप दिल्ली की चार सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी। इसमें नई दिल्ली, साउथ दिल्ली, वेस्ट दिल्ली और ईस्ट दिल्ली सीट का नाम शामिल है। 2019 के लोकसभा चुनाव में सभी 7 सीटों पर बीजेपी ने कब्जा जमाया था।
पंजाब की सभी 13 सीटों पर कांग्रेस- आप अलग-अलग लड़ेंगी
पंजाब की 13 लोकसभा सीटों पर कांग्रेस और आप में सहमति नहीं बनी। आप और कांग्रेस सभी सीटों पर अलग-अलग ही चुनाव लड़ेंगी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पंजाब में 10 फरवरी को इसका ऐलान भी किया था। उन्होंने 21 फरवरी को कहा था- पंजाब में अकेले लड़ने के फैसला जीतने के लिए किया है। बता दें कि पंजाब में भगवंत मान के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन को लेकर कांग्रेस की राज्य ईकाई कई बार शीर्ष नेतृत्व के सामने विरोध जता चुकी है। पंजाब कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि मान सरकार ने उनके कई नेताओं के खिलाफ बदले की भावना से कार्रवाई की है। कांग्रेस के कई नेता जेल में हैं। ऐसे में राज्य में आप के साथ गठबंधन हुआ तो कांग्रेस को फायदे की जगह नुकसान ही होगा।
सपा के साथ कांग्रेस की सीट शेयरिंग फिक्स
समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने यूपी-एमपी की सीटों पर समझौता किया है। समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से 17 सीटें कांग्रेस के लिए छोड़ी हैं। मध्यप्रदेश की 29 सीटों में से कांग्रेस ने एक खजुराहो सीट समाजवादी पार्टी को दी है।

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