एमिटी फिल्म फेस्टिवल का उद्घाटन, उपमुख्यमंत्री बोले- सामाजिक बदलाव का सशक्त माध्यम है फिल्म

पटना। एमिटी विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित फिल्म फेस्टिवल का उद्घाटन बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि फिल्में सामाजिक बदलाव का सशक्त माध्यम हैं। फिल्मों, टेलीविजन और जनसंचार का जन-जीवन पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है। उन्होंने कहा कि सिनेमा के माध्यम से हमें अपने अतीत के गौरवशाली बुनियाद पर स्वर्णिम बिहार और सशक्त भारत की अभिव्यक्ति को रेखांकित करने की जरूरत है। हमारे रीति-रिवाज वैज्ञानिक कसौटी पर कसे गए हैं। अपने मजबूत अतीत के गौरवशाली परंपरा को बहाल रखते हुए स्वर्णिम आत्मनिर्भर भारत के सपनों को फिल्मों के माध्यम से अभिव्यक्त किया जाना चाहिए।
उन्होंने एमिटी फिल्म फेस्टिवल की सफलता की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आने वाली पीढ़ियों के लिए इस राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने और पूरे देश में एक मजबूत सांस्कृतिक जीवंतता बनाने हेतु लगातार हम काम कर रहे हैं। हमारी सरकार अपनी समावेशी विकास की रणनीति के माध्यम से बिहार को सभी आयामों में भारत का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसमें बुनियादी ढांचा, स्वास्थ्य, शिक्षा और वित्तीय संसाधन आदि शामिल हैं। उन्होंने कहा कि एमिटी फिल्म फेस्टिवल जीवन के विभिन्न पहलुओं और इसके विभिन्न आयामों को प्रदर्शित करने वाले महत्वाकांक्षी और उभरते फिल्म निर्माताओं द्वारा अद्भुत फिल्मों और लघु फिल्मों के साथ उपयोगी परिणाम देने की दिशा में सार्थक सिद्ध होगा।
उन्होंने इस अवसर पर प्रतिभागियों एवं विद्यार्थियों का आह्वान करते हुए कहा कि मोबाइल पर आजकल लोग जरूरत से ज्यादा व्यस्त दिखते हैं। इससे समय की काफी बर्बादी होती है। मोबाइल का उपयोग बौद्धिक ज्ञान और क्षमता के विकास में किया जाना चाहिए। जीवन में सफलता के लिए समय प्रबंधन काफी आवश्यक है।
इस अवसर पर एमिटी ग्रुप के वाइस प्रेसिडेंट गौरव गुप्ता ने वर्चुअल रुप से फिल्म फेस्टिवल की उपयोगिता को रेखांकित किया। कार्यक्रम के दौरान एमिटी विश्वविद्यालय के प्रो-वाइस चांसलर विवेकानंद पांडे, एमिटी स्कूल आॅफ कम्युनिकेशन की सहायक निदेशक प्रोफेसर श्वेता प्रिया, विश्वविद्यालय के फैकल्टी, स्टॉफ, विद्यार्थीगण एवं अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित थे।

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