बिहार में जहरीली शराब के तांडव के बाद पुलिस की बड़ी कार्रवाई, छापेमारी में मुख्य शराब तस्कर अखिलेश यादव गिरफ्तार

छपरा। बिहार में जहरीली शराब को लेकर विवाद छिड़ा है उसके कम होने के आसार फिलहाल तो नहीं ही दिख रहा है। इसकी मुख्य वजह इतने बड़े तादाद में हो रही मौत है। वहीं,इतनी बड़ी संख्या में हो रही मौत के बाद पुलीस प्रशाशन भी थोड़ी एक्टिव हुई है और उसके द्वारा एसआईटी की टीम द्वारा जगह-जगह छापेमारी कर अबतक 94 शराब तस्कर को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके साथ ही इस इलाके का सबसे कुख्यात शराब तस्कर अखिलेश राय और अखिलेश यादव को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। इसकी निशानदेही पर अबतक 17 हज़ार रुपए भी बरामद कर लिए गए हैं। दरअसल, बिहार पुलिस द्वारा सारण के छपरा में जहरीली शराब से हुई मौत की जांच को लेकर एसआईटी की टीम गठित की गई है। इस टीम द्वारा रविवार की देर रात छापेमारी कर शराब के 94 धंधेबाजों को गिरफ्तार किया गया। इसमें मुख्य रूप से मढौरा में रेस्टोरेंट संचालक पकड़ा गया। जबकि मांझी में ट्रैक्टर से उत्पाद पुलिस ने यूपी से आ रही शराब पकड़ी। जिसमें पंद्रह लोग गिरफ्तार भी किये गये। जिले भर से काफी मात्रा में शराब व स्प्रिट बरामद की गई।

वहीं, इस छापेमारी अभियान में कई बार पुलिस और शराब कारोबारियों के बीच मारपीट की भी सूचना मिली है। लेकिन, अभी तक कोई बड़ी हताहत नहीं हुई है। बताया जा रहा है कि, गड़खा में छापेमारी करने गयी पुलिस से  कारोबारी उलझ गया। गड़खा के चिंतामनगंज में पुलिस जब छापेमारी करने पहुंची तो कारोबारी व उसके परिवार वाले पुलिस से उलझ गए। इस दौरान वहां लोगों की भीड़ जुट गई। आरोपी द्वारा पकड़े जाने के डर से शराब को नाले में बहा दिया गया। पुलिस घर की तलाशी लेना चाह रही थी, लेकिन घर वालों ने दरवाजा बंद कर लिया। काफी समझाने के बाद उनके द्वारा दरवाजे को खोला गया। वहीं थानाध्यक्ष अमितेश कुमार ने कहा कि कुछ शराब बरामद हुई जिसे वहीं नष्ट कर दिया गया। सारण में जहरीली शराब से मौतों का सिलसिला पांचवे दिन भी थमा नहीं है। अबतक यहां 80 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। इसके साथ ही अब यहां आंखों की रोशनी गंवाने वालों की संख्या बढ़ने लगी हैं। वही अब 31 लोगों की रोशनी छिन चुकी है।

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