PATNA : एडवांटेज केयर को उत्कृष्ट सामाजिक कार्यों के लिए दिल्ली में किया गया सम्मानित
- सीएसआर इंपैक्टफुल अवार्ड कोविड सोशल चैम्पियंस-2021 अवार्ड्स मिला
पटना। कोविड की दूसरी लहर के दौरान पटना के एडवांटेज केयर द्वारा किए गए उत्कृष्ट एवं सार्थक सामाजिक कार्यों को राष्ट्रीय पहचान मिली है। आईएसडब्ल्यू काउंसिल ने एडवांटेज केयर को सीएसआर इंपैक्टफुल अवार्ड्स से दिल्ली में सम्मानित किया है। यह अवार्ड कोविड सोशल चैंपियंस वर्ग में दिया गया है।
एडवांटेज केयर के संस्थापक खुर्शीद अहमद ने कहा कि इस तरह के सम्मान से खुशी मिलती है एवं जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। एडवांटेज केयर एडवांटेज सपोर्ट का प्रोजेक्ट है जो कोरोना की दूसरी लहर के दौरान शुरू की गई थी। इसमें जानेमाने सर्जन डॉ. एए हई, अध्यक्ष का मार्गदर्शन एवं संस्था के सभी सदस्यों का काफी सहयोग मिला। यह आईएसडब्ल्यू काउंसिल अवार्ड का पांचवां संस्करण था। जिसमें कई वर्गों में संस्था, संगठन, व्यक्ति, कंपनी आदि को सम्मानित किया गया। मुख्यत: कोविड प्रोटेक्शन प्रोजेक्ट, कोविड इसेंसियल हीरोज प्रोजेक्ट, सीएसआर कोविड रीलिफ प्रोजेक्ट (इंस्टीट्यूशन कैटेगरी), सीएसआर कोविड रीलिफ प्रोजेक्ट (एनजीओ कैटेगरी), इंडीजीनस रिस्पांस प्रोजेक्ट अवार्ड, कोविड हेल्थ केयर प्रोवाइडर आदि वर्ग शामिल था। ज्यूरी के तौर पर इस काउंसिल में बड़े नाम शामिल थे, जिसमें सलमान खुर्शीद, निशा नारायण, अविलाश द्विवेदी, डॉ. सुचीन बजाज, लव वर्मा, एके वैद्य, भास्कर चटर्जी, पीपी चौधरी, हितेश विद्या, डॉ. अशोक सेठ प्रमुख थे।
पांच मिनट पहले पहुंच पाया आक्सीजन सिलेंडर
सम्मान मिलने पर एडवांटेज केयर के संस्थापक खुर्शीद अहमद ने सम्मान समारोह में एडवांटेज केयर द्वारा किए गए कुछ कार्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने एक घटना बताते हुए कहा कि एशियन हॉस्पिटल (पटना) के जीएम राजीव रंजन ने अचानक उन्हें देर रात फोन किया। कहा, मरीजों की जान बचा लिजिए, सुबह सात बजे तक का ही आक्सीजन बचा है। यदि समय पर आक्सीजन नहीं मिला तो कोविड मरीज तड़प कर मर जाएंगे। किसी तरह आक्सीजन का इंतजाम कर दीजिए या पारस अस्पताल में वेंटिलेटर की व्यवस्था करवा दीजिए। मैंने रातों रात स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत और पटना की डीडीसी ऋचि पांडेय की मदद से मुजफ्फरपुर से आक्सीजन सिलेंडर मंगवायाा। आॅक्सीजन समाप्त होने के सिर्फ पांच मिनट पहले नया सिलेंडर लगा और इस तरह सात मरीजों की जान बच गई। इसी तरह दरभंगा स्थित पारस ग्लोबल अस्पताल से खुर्शीद अहमद को रात 10 बजे फोन आया कि यहां आॅक्सीजन खत्म हो रहा है। जल्द कुछ व्यवस्था करवा दीजिए नहीं तो कोरोना के भर्ती मरीज मर जाएंगे। हमने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव, पटना की डीडीसी ऋचि पांडेय, पारस एचएमआरआई के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. तलत हलीम और पारस ग्लोबल के यूनिट हेड मनोज कुमार के बीच फोन पर ही संयोजन कर अस्पताल को समय से 40 आक्सीजन का सिलेंडर मुहैया कराया और इस तरह वहां भी भर्ती 26 मरीजों की जान बच गई। कार्यक्रम में खुर्शीद अहमद ने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान एंबुलेंस के लिए मरीजों के परिजन से 30 से 35 हजार रुपए तक वसूले जा रह थे। इन सब को देखते हुए हमने एडवांटेज केयर के अंतर्गत लोगों की सहायता पहुंचाने का कार्य शुरू किया। एडवांटेज केयर के द्वारा किए गए अन्य कार्यों को संक्षेप में लोगों के समक्ष रखा।