जीएसटी के लागू होने से व्यापार और वाणिज्य में हुए बहुआयामी बदलाव : उपमुख्यमंत्री
- फिक्की द्वारा आयोजित कार्यक्रम को तारकिशोर प्रसाद ने वर्चुअल रूप से किया संबोधित
पटना। आजादी के 75 वर्ष के उपलक्ष में अमृत महोत्सव के अवसर पर फेडरेशन आफ इंडियन चैंबर्स आफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के तत्वावधान में नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम को वर्चुअल रूप से संबोधित करते हुए बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि 5 वर्ष पूर्व 2017 में एक राष्ट्र एक टैक्स-जीएसटी के लागू हो जाने से व्यापार और वाणिज्य के क्षेत्र में बहुआयामी परिवर्तन हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन में शुरू की गई इस प्रणाली के तहत केंद्र और राज्यों के कई अप्रत्यक्ष करों को समाहित करते हुए पूरे देश के लिए एक प्रकार के करारोपण की व्यवस्था की गई।
उन्होंने कहा कि जीएसटी लागू होने के पश्चात विगत वर्षों में व्यवसाय और उद्योग जगत की सहूलियत हेतु एवं उनकी कठिनाईयों को दूर करने के लिए समय-समय पर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि जीएसटी प्रणाली के तहत 5 वर्षों में राजस्व संग्रहण के आंकड़ों से स्पष्ट होता है कि अप्रत्यक्ष करों में सुधार हेतु लागू की गई व्यवस्था स्टेबलाइज हो चुकी है। उन्होंने कहा कि जुलाई 2017 के बाद प्रारंभिक महीनों में जहां जीएसटी का संग्रहण 92,000 करोड़ रुपए प्रतिमाह था, वहीं पिछले 6 माह के आंकड़े में यह बढ़कर 1,40,000 करोड़ रुपए प्रतिमाह के स्तर पर पहुंच गया है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कुशल नेतृत्व में बिहार में वित्तीय वर्ष 2021-22 में रिकॉर्ड राजस्व संग्रहण किया गया है। वाणिज्य-कर विभाग के कर संग्रहण के लक्ष्य 30,550 करोड़ के विरुद्ध 35,846 करोड रुपए का अभूतपूर्व राजस्व संग्रहण हुआ है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष की तुलना में जीएसटी मद में 18.04 प्रतिशत जबकि नॉन-जीएसटी मद में 4.03 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। इसके अलावा विभाग ने पुराना बकाया के निपटान हेतु लाई गई वन टाइम सेटेलमेंट स्कीम को भी विगत वर्ष माह सितंबर 2021 तक विस्तार किया।
इस मौके पर उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, वित्त मंत्रालय में जीएसटी सदस्य डीपी नागेंद्र कुमार, फिक्की के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट शुभ्रकांत पांडा, टैक्सेशन कमेटी के को-चेयरमैन राजीव दीमरी, एक्सक्यूटिव एडवाइजर डीडी गोयल, पी एंड जी इंडिया के ग्रुप टैक्स हेड प्रशांत भटनागर, सिपला लिमिटेड के टैक्स हेड राहुल वर्मा सहित देश के प्रतिष्ठित उद्योग एवं वाणिज्यिक कंपनियों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।