PMCH गोलीकांड : पुराना गैंग लंबे वक्त से है एक्टिव, नया गैंग जमाना चाहता है वर्चस्व, पुलिसिया जांच जारी

पटना। बिहार के सबसे बड़े हॉस्पिटल पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) के टाटा वार्ड और क्वार्टर के पास बीते मंगलवार के दिन दो बार हुई ताबड़तोड़ फायरिंग और तीन लोगों को मारी गई गोली मामले में 36 घंटे से अधिक बीत गए, लेकिन अब तक पुलिस टीम ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है। वहीं पूरी घटना पर हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन भी पूरी तरह से चुप है।
मंगलवार के दिन में हुए जानलेवा हमले में सिर में गोली लगने के बाद गंभीर रूप से घायल हुए शोएब और शाम में गोली लगने पर घायल हुए अंकित के मामले में अलग-अलग एफआइआर पीरबहोर थाना में दर्ज हो गई है। दर्ज हुए दोनों ही एफआईआर में परिवार वालों ने कुछ नाम लिए हैं। उस आधार पर मामले की जांच चल रही है। साथ ही दोनों ही वारदात को अंजाम देने वालों की तलाश में छापेमारी जारी है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही उनकी टीम आरोपियों को गिरफ्तार कर लेगी।
इधर, सूत्र बताते हैं कि पूर्व में मारा जा चुका अपराधी मो. अलाऊद्दीन ऊर्फ बिकाऊ का गैंग पीएमसीएच में लंबे वक्त से एक्टिव है। सीतामढ़ी क्वार्टर में जिस शोएब को गोली मारी गई, वह इसी गैंग से जुड़ा हुआ है। वहीं इस घटना के बाद पीएमसीएच परिसर में टाटा वार्ड के पास जिस अंकित नामक युवक और एक मरीज की महिला तीमारदार को गोली लगी, उक्त गोलीकांड में बिकाऊ के दो साला का नाम सामने आया। इस घटना से यही पता चलता है कि एम्बुलेंस चलवाने में ये गैंग मरीजों को खूब खून चूस रहे हैं। मनमाना भाड़ा मरीजों के परिजनों से वसूल रहे हैं तभी तो दोनों गैंग गोली-बारूद्ध के दम पर अपना वर्चस्व कायम करना चाहता है।
सूत्रों के अनुसार, बिकाऊ के मारे जाने के बाद पीएमसीएच में एम्बुलेंस चलाने के लिए पुराने गैंग पर नया गैंग अपना वर्चस्व जमाना चाह रहे हैं। बीच-बीच में कई बार कैंपस के अंदर दोनों गैंग के बीच मारपीट भी हुई है। कहा तो यह भी जाता है कि बिकाऊ का गैंग किसी दूसरे का एम्बुलेंस चलने देना तो दूर किसी साधारण व्यक्ति का एम्बुलेंस लगने तक नहीं देता था। बिकाऊ का गैंग सिर्फ अपने लोगों का एम्बुलेंस चलाने की इजाजत देता था। उसके मारे जाने के बाद उसके गैंग का वर्चस्व को खत्म करने के लिए नया गैंग इन दिनों ज्यादा एक्टिव होता दिख रहा है।
वहीं पटना पुलिस दो गैंगों के बीच जारी वर्चस्व की जंग के खात्मे के लिए आगे क्या रणनीति बनाती है, देखने वाली बात है।
