चीन में फिर बढे कोरोना के मरीज : संक्रमण फैलने का डर से 5 जिलों लगा लॉकडाउन, जिम व थिएटर और अन्य एंटरटेनमेंट वेन्यू बंद

चीन। चीन के बीजिंग के फाइनेंशियल हब के नाम से मशहूर शंघाई में कोविड केस बढ़ने के बाद स्कूल-कॉलेज और अन्य संस्थानों को बंद कर दिया गया है। मिली जानकारी के अनुसार बुधवार को शंघाई में कोविड के 47 मरीज मिले, जो पिछले 3 महीनों में सबसे ज्यादा है। बता दे की 2 मरीजों को छोड़कर अन्य सभी क्वारैंटाइन हैं। वही कम्यूनिटी ट्रांसमिशन की आशंका को देखते हुए इस सप्ताह शंघाई के 16 में से 5 जिलों में लोगों का कोविड टेस्ट करने के लिए लॉकडाउन लगा दिया गया है।
संक्रमण फैलने का डर
रिपोर्ट के मुताबिक फिलहाल जिन 5 जिलों में लॉकडाउन लगाया गया है। इसमें पुडोंग भी शामिल है, जहां कोविड की शुरुआत में सबसे ज्यादा संक्रमित मिले थे। वही इन जिलों में बार, जिम, थिएटर और अन्य एंटरटेनमेंट वेन्यू बंद कराए जा चुके हैं। वही संक्रमण फैलने के डर से स्कूल आने से बच्चों को मना कर दिया गया है। वही कम्यूनिटी ट्रांसमिशन की आशंका को देखते हुए इस सप्ताह शंघाई के पांच जिलों में लोगों का कोविड टेस्ट करने के लिए लॉकडाउन लगा दिया गया है।
16 अक्टूबर से राष्ट्रीय कांग्रेस का सम्मेलन
वही चीन में 16 से 18 अक्टूबर तक राष्ट्रीय कांग्रेस का 20वां सम्मेलन होने वाला है। ये सम्मेलन 5 साल में एक बार होता है। चर्चा है कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग इस सम्मेलन में अपना कार्यकाल बढ़ाने की घोषणा कर सकते हैं। ऐसे में कोविड केस में बढ़ोत्तरी ने स्थानीय प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। दुनिया भर के अन्य देश जहां कोविड और लॉकडाउन से आगे बढ़ रहे हैं। वहीं चीन अब भी अपनी जीरो कोविड पॉलिसी को लेकर सख्त है। सोमवार को नॉर्थ चीन के फेन्यांग शहर में लॉकडाउन लगा दिया गया है। वही एक अन्य शहर होहोट में बाहर से आने वाले लोगों और व्हीकल पर पाबंदी लगा दी गई है। वही चीन में पार्क, ऑफिस, शॉप और किसी पब्लिक प्लेस में एंट्री के लिए 72 घंटे के अंदर कोविड नेगेटिव रिपोर्ट देना अनिवार्य है। चीन के किसी भी पब्लिक प्लेस में एंट्री के लिए 72 घंटे पहले की कोविड नेगेटिव रिपोर्ट होना अनिवार्य है।
जीरो कोविड पॉलिसी पर चीन की आलोचना
जीरो कोविड पॉलिसी को लेकर चीन को लगातार आलोचना झेलनी पड़ रही है। इस पॉलिसी के तहत लगाए जाने वाले लॉकडाउन के कारण यहां मल्टी ​​​नेशनल कंपनियों को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। यूरोपियन चैंबर ऑफ कॉमर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार इनमें से कई कंपनियां चीन से अपना मार्केट शिफ्ट करने की तैयारी कर रही है।

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