मोतिहारी में जहरीली शराब से अबतक 34 की मौत; 80 तस्कर गिरफ्तार, 11 पुलिसकर्मी सस्पेंड

मोतिहारी। बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में जहरीली शराब त्रासदी में अब तक 34 लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच इस मुद्दे पर राज्य में सत्तारूढ़ एवं विपक्षी दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है। हालांकि, सरकार इस मामले को लेकर काफी सख्त नजर आ रही है। राज्य सरकार के तरफ से इस मामले में अबतक 11 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। इसके साथ ही शराब तस्करी से जुड़े 80 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मोतिहारी में संदिग्ध जहरीली शराब त्रासदी में मरने वालों की संख्या बढ़कर 34 हो गई है। हालांकि, जिला पुलिस की ओर से जारी बयान के अनुसार, कम से कम 29 लोगों का सदर अस्पताल और जिले के विभिन्न अस्पतालों में इलाज हो रहा है। बयान में कहा गया है कि चार मरीजों की हालत गंभीर बताई जा रही है। जिला पुलिस ने इस त्रासदी को लेकर अब तक पांच मामले दर्ज किए हैं और मामले में आगे की जांच कर रही है। इस संबंध में शराब के अवैध कारोबार में शामिल 60 लोगों सहित कुल 80 लोगों को अब तक गिरफ्तार किया गया है। वहीं, इस मामले में मोतिहारी शराबकांड मामले में एसपी कान्तेश कुमार मिश्र ने बड़ी कार्रवाई की है। शराब कांड मामले में 5 थाने के थानाध्यक्ष को निलंबित किया गया है। हरसिद्धि, सुगौली, तुरकौलिया, पहाड़पुर और रघुनाथपुर ओपी के अध्यक्ष को सस्पेंड किया गया है।

इसके आलावा 9 चौकीदारों को निलंबित क्या जा चुका है। इसके साथ आज सुगौली थाना के गिद्धा गांव सुनील पासवान की मौत हो गई है। वहीं, हरसिद्धि के धवही गांव के मुन्नी पटेल, वीरेंद्र मांझी और गोबराहा के अजय सिंह कुशवाहा की भी मौत हो गई है। वीरेंद्र मांझी की पत्नी की हालत नाजुक है। ये लोग सदर अस्पताल में भर्ती है। मौत के शिकार हुए लोगों में तुरकौलिया के 6, हरसिद्धि के 2, सुगौली और पहाड़पुर के 1-1 व्यक्ति शामिल हैं। जबकि चार और पहाड़पुर में दो लोगों की मौत हुई थी। इस बीच, सुगौली में भी शुक्रवार को दो और गुरुवार को दो लोगों की मौत की सूचना सामने आई है। इस तरह, तीन दिनों में 34 लोगों की मौत हो गई जबकि दो दर्जन लोग बीमार बताए जा हैं। सभी का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है।

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