बिहार के 7 जिलों में मिले ओमीक्रोन के 27 मरीज़, 5022 मिले नए संक्रमित

पटना। बिहार में कोरोना का ओमीक्रोन वेरिएंट भी तेजी से पांव पसार रहा है। राज्य के सात जिलों के मरीजों के सैंपल की जांच में यह वेरिएंट मिला है। पटना के आईजीआईएमएस की लैब में हुई जीनोम सिक्वेसिंग की रिपोर्ट में इसकी पुष्टि हुई है। आईजीआईएमएस की माइक्रोबायोलॉजी लैब में कुल 32 संक्रमितों की जीनोम सिक्वेंसिंग की रिपोर्ट रविवार को आई। इसमें से 27 लोगों में ओमीक्रोन, चार लोगों में डेल्टा वेरिएंट की पुष्टि हुई। इस तरह 85 प्रतिशत सैंपल में ओमीक्रोन, 12 प्रतिशत में डेल्टा और तीन प्रतिशत यानी एक में अपुष्ट वेरिएंट मिला।

सूबे के इन जिलों में मिले ओमीक्रोन वेरिएंट से संक्रमित मरीज़

अस्पताल अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल ने बताया कि कुल 32 सैंपल में से 22 पटना के तथा शेष सात जिले के सैंपल शामिल थे। इसमें पटना के 22 सैंपल में से 20 में ओमीक्रोन, एक में डेल्टा की पुष्टि हुई। एक अन्य की रिपोर्ट अपुष्ट रही। अस्पताल अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल ने बताया कि मधुबनी, शेखपुरा, वैशाली, पूर्वी चंपारण, पूर्णिया और गया में ओमीक्रोन जबकि बक्सर में डेल्टा वेरिएंट की पुष्टि हुई। मधुबनी व वैशाली में डेल्टा के भी वेरिएंट मिले।

डेल्टा से 10 गुना ज्यादा संक्रामक

पटना व राज्य के अलग-अलग जिले में मिले ओमीक्रोन संक्रमितों में दक्षिण अफ्रीका वाले वेरिएंट ज्यादा हैं। यह डेल्टा वेरिएंट से आठ से 10 गुना ज्यादा संक्रामक है। माइक्रोबायोलॉजी लैब की अध्यक्ष डॉ. नम्रता, एम्स के डॉ. संजीव कुमार पीएमसीएच के डॉ. बीके चौधरी ने बताया कि दक्षिण अफ्रीकी वेरिएंट का प्रसार भी बहुत तेजी से होता है। इसीलिए इसे सुपर स्प्रेडर कहा जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि इससे बचाव के लिए कोरोना मानकों का कड़ाई से पालन करना जरूरी है। भीड़ में जाने से बचने, अच्छी गुणवत्ता के मास्क पहनने, हाथ की सफाई का पालन करना चाहिए।

राज्य में 5022 नये संक्रमित मिले

पटना में 2018 सहित बिहार में 5022 नये कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान रविवार को हुई। पिछले 24 घंटे में राज्य में नये कोरोना के मामलों में 11 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गयी। एक दिन पूर्व राज्य में 4526 नए संक्रमित मिले थे। राज्य में इसके पूर्व कोरोना की दूसरी लहर के दौरान 21 मई 2021 को एक दिन में 5154 नये संक्रमित मरीजों की पहचान की गयी थी।

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