2020 का आखिरी सूर्यग्रहण सोमवार को, देश में नहीं दिखेगा

ग्रहण जहां दिखता है, वहीं होता है उसका असर

पटना।  अग्रहण कृष्ण अमावस्या सोमवार को इस साल का आखिरी सूर्यग्रहण लग रहा है। यह साल का अंतिम सूर्यग्रहण उपछाया ग्रहण है। इससे पहले साल का पहला सूर्य ग्रहण 21 जून को लगा था। यह सूर्यग्रहण वृश्चिक राशि व ज्येष्ठा नक्षत्र में लग रहा है। यह ग्रहण भारत में दिखायी नहीं देगा। इस साल कुल छह ग्रहण लगे, जिसमें दो सूर्य और चार चंद्रग्रहण थे। जब पृथ्वी और सूर्य के बीच चंद्रमा आ जाता है तब सूर्य ग्रहण लगता है। सूर्य ग्रहण की घटना अमावस्या के दिन ही घटित होती है। इस दिन अमावस्या तिथि और सोमवार दिन होने से सोमवती अमावस्या भी पड़ रहा है। इस ग्रहण को दक्षिण अमेरिका, साउथ अफ्रीका अटलांटिक, हिंद महासागर और प्रशांत महासागर के कुछ हिस्सों में देखा जाएगा।

पांच घंटे बीस मिनट का होगा ग्रहण काल

ज्योतिषाचार्य पंडित राकेश झा शास्त्री ने बताया कि सूर्यग्रहण आज शाम 07:03 बजे से शुरू होगा तथा मध्यरात्रि 12:23 बजे समाप्त होगा। सूर्य ग्रहण के 12 घंटे पूर्व ही सूतक लग जाता है। लेकिन यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, न ही उसका कोई प्रभाव मान्य होगा। घर्मग्रन्थों में उपछाया ग्रहण को ग्रहण नही मानते हैं। ग्रहण जहां दिखता है, सूतक भी वहीं मान्य होता है तथा ग्रहण का फलाफल भी वहीं होता है।

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