BIHAR : सात निश्चय-2 में गांवों की गलियों को रौशन करने की कवायद शुरू, सोलर स्ट्रीट लाइट लगाने के लिए होगा सर्वे

पटना। बिहार चुनाव में जदयू ने अपने घोषणा पत्र में सात निश्चय-2 पर काम करने का वादा प्रदेशवासियों से किया था। नीतीश कुमार की अगुवाई में बिहार में एनडीए की सरकार बनते ही इस पर कार्य शुरू हो गया है। बता दें नीतीश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना सात निश्चय को पूरा होने का दावा किया जा रहा है। वहीं अब सात निश्चय-2 में लिए गए निर्णय के आलोक में बिहार के सभी गांवों की गलियों को रौशन करने की कवायद शुरू हो गई है। गांवों की गलियों में सोलर स्ट्रीट लाइट लगाया जाएगा। नोडल विभाग बिहार रिन्यूअबल इनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (ब्रेडा) ने इसके लिए सर्वे करने का निर्णय लिया है। इस काम में सरकार के दूसरे विभागों की भी मदद ली जा सकती है।
सरकार गठन के बाद सात निश्चय-दो पर अमल की तैयारी शुरू कर दी गई है। हालांकि, इस योजना का औपचारिक उद्घाटन सरकार के स्तर पर ही होना है, लेकिन योजना का क्रियान्वयन कैसे हो, इसके लिए सर्वे जरूरी है। राज्य में गांवों व टोलों की संख्या तो है पर इन गांवों में कितने सोलर स्ट्रीट लाइट की जरूरत पड़ेगी, इसका आकलन करना जरूरी है। सर्वे में ब्रेडा इसी कार्य को अंजाम देगा।
अधिकारियों के अनुसार सर्वे में देखा जाएगा कि गांवों में कितने सोलर स्ट्रीट लाइट लगाने की आवश्यकता है। घनी व कम आबादी वाले इलाकों में किस तरह के बल्ब की जरूरत होगी। कितने पोल लगेंगे। सीधी सड़कों पर पोल की दूरी तय होती है, लेकिन गांवों में आड़ी-तिरछी गलियों में यह मानक काम नहीं करेगा। क्योंकि, अगर तय दूरी में पोल गाड़े गए तो फिर पर्याप्त मात्रा में गलियों में रोशनी नहीं पहुंचेगी। इसी के आधार पर सर्वे में देखा जाएगा कि वास्तविकता में तय मानक से कितने अधिक लाइट की जरूरत होगी।

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