शरणम हॉस्पिटल में काम करने वाली नर्स के मायके बैरिया पहुंची डब्ल्यूएचओ की टीम

फुलवारी शरीफ। संपतचक के बैरिया वासियों में कोरोना के संदिग्धों की जांच को लेकर पहुंची विश्व स्वास्थ्य संगठन की टीम को देख हडकंप मचा रहा। डब्ल्यूएचओ की टीम ने बाईपास में स्थित शरणम हॉस्पिटल के एक महिला कर्मचारी के मायके वालों को जांच के लिए पटना ले गयी, वहीं आसपास के घरों में परचा चस्पा कर घरों में ही होम क्वारंटाईन में रहने की सख्त हिदायत दी गयी है। वहीं इलाके में लोगों में इस बात को लेकर भी भय हो गया कि जिस परिवार की महिला शरणम हॉस्पिटल में मुंगेर के युवक के इलाज में शामिल थी, उसके परिवार के लोग ही दुकान चलाते हैं। इस दुकान से समान खरीदने वालों में भी भय का माहौल हो गया है।
बीडीओ उषा कुमारी ने बताया की शरणम हॉस्पिटल में नर्स का काम करने वाली महिला का मायका बैरिया में हैं विश्व स्वास्थ्य संगठन की टीम ने जांच की और ग्रामीणों को जागरूकता के लिए कई निर्देश दिए हैं। नर्स के परिवार के चार लोगों को पटना में जांच के लिए ले जाया गया है। वहीं आसपास के घरों के लोगों को होम क्वारंटाईन में रहने की हिदायत दी गयी है। बैरिया से तीन किलोमीटर के दायरे में लोगों की जांच करने की भी बात हो रही है। बता दें कि मुंगेर के जिस युवक की मौत पटना एम्स में कोरोना से हुई थी, उसका इलाज एम्स से पहले बाईपास के शरणम हॉस्पिटल में कराई गयी गयी थी। इस दौरान ही इस हॉस्पिटल के एक स्टाफ और एक नर्स को कोरोना होने का मामला सामने आया है। उसके बाद नर्स के परिवार के लोगों का एहतियातन जांच कराया जा रहा है। वहीं आसपास के तीन किलोमीटर के दायरे में रहने वाले डब्ल्यूएचओ की टीम के रडार पर आ गये हैं। इन लोगों की स्क्रीनिंग भी कराई जा सकती है।

पटना एम्स में रविवार को 55 लोगों की हुई स्क्रीनिंग

फुलवारी शरीफ। पटना एम्स में रविवार को कोरोना को लेकर 55 लोगो की स्क्रीनिंग हुई है। वहीं आइसोलेशन वार्ड में भर्ती चार लोगों को कोरोना होने का संदिग्ध श्रेणी में रखा गया है। रविवार को एक भी मरीज का रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं आया है। वहीं पांच लोगों का रिपोर्ट निगेटिव बताया गया है। आइसोलेशन वार्ड में भर्ती पांच मरीजों को डिस्चार्ज भी कर दिया गया जबकि नौ लोग आइसोलेशन वार्ड में भर्ती बताये जा रहे हैं। इसकी जानकारी कोरोना के नोडल आफिसर डॉ नीरज अग्रवाल के हवाले से दिय गया है। वहीं एम्स के कोरोना बुलेटिन में बताया गया है कि आइसोलेशन वार्ड में भर्ती एक मरीज की मौत हो गयी है लेकिन उसकी रिपोर्ट अभी नहीं है। जिस मरीज की मौत हुई है, उसकी रिपोर्ट आरएमआरआई से आने के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा कि उसकी मौत कोरोना से हुई है या दूसरे रोगों के चलते हुई है।

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