मन की बात: पीएम ने प. चंपारण के एक स्वास्थ्य केंद्र व बेतिया के एक स्कूल के पहल को सराहा

पटना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को साल की अंतिम ‘मन की बात’ की। इसमें उन्होंने बिहार के बेतिया नगर के एक स्कूल तथा पश्चिम चंपारण के एक स्वास्थ्य केंद्र की सराहना की।
इस स्वास्थ्य केंद्र की पहल को सराहा
प्रधानमंत्री ने ‘मन की बात’ में पश्चिमी चंपारण के जिस स्वास्थ्य केंद्र की चर्चा की, वह अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, भैरवगंज है। करीब 50 साल पहले कुछ स्थानीय लोगों ने स्वास्थ्य केंद्र के लिए जमीन दान किया गया था। निर्माण से साल 1985 तक यह स्वास्थ्य केंद्र अनुदान पर चलता था। साल 1985 में इसे राज्य सरकार ने अपने नियंत्रण में ले लिया। स्वास्थ्य केंद्र में दो डॉक्टर डॉ. केके शुक्ला व डॉ. फैजुल्लाह पदस्थापित हैं। इसके अलावा एक लैब टेक्निशियन तथा ए ग्रेड की दो नर्सें भी पदस्थापित हैं। एक क्लर्क, एक चतुर्थवर्गीय कर्मचारी, एक डाटा एंट्री आॅपरेटर और दो गार्ड भी हैं। डॉ. केके शुक्ला ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्र में महीने में डेढ़ हजार तक मरीज अपना मुफ्त स्वास्थ्य जांच कराते हैं। समय-समय पर स्पेशल मेडिकल कैंप भी लगाए जाते हैं। शुक्ला ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्र में अपोडी के अलावा प्रसव की सुविधा उपलब्ध है। यहां पैथोलोजिकल जांच की सुविधा भी है। यह स्वास्थ्य केंद्र रात-दिन खुला रहता है।
बेतिया के केआर स्कूल की पहल को सराहा
‘मन की बात’ में प्रधानमंत्री ने बताया कि बिहार के पश्चिम चंपारण जिला स्थित भैरवगंज में लोगों ने अपनी पहल पर स्वास्थ्य केंद्र बनाया। जिला मुख्यालय बेतिया के केआर स्कूल के साल 1995 के पूर्ववर्ती छात्रों ने भी अपने संगठन ‘संकल्प 1995’ के तहत अपने समाजसेवा के कार्यक्रमों में इस स्वास्थ्य केंद्र को शामिल किया। विदित हो कि 1995 बैच के स्कूल के छात्रों ने अपने पूर्ववर्ती छात्र सम्मेलन में ‘संकल्प 95’ का गठन किया। यह 40 छात्रों का एक समूह है, जिसमें प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी तथा डॉक्टर-इंजीनियर सहित देश के बड़े कॉरपोरेट घरानों में कार्यरत स्कूल के पूर्ववर्ती छात्र शामिल हैं। यह समूह 2016 से कार्य कर रहा है। हाल ही में इसने गरीबों के बीच कंबल वितरण, चिकित्सा शिविर आदि के लिए स्वास्थ्य केंद्र में शिविर लगाया था।

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