जेल से फोन कॉल : लालू के खिलाफ झारखंड हाईकोर्ट में याचिका दायर, डीसी ने जेल प्रशासन से मांगा जवाब

CENTRAL DESK : चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता राजद सुप्रीमो लालू यादव के खिलाफ जेल में रहते मोबाइल से बात कर उन पर बिहार की एनडीए सरकार को गिराने का प्रयास करने का आरोप लगाते हुए भाजपा ने जनहित याचिका दायर की है। भाजपा नेता अनुरंजन अशोक की ओर से दाखिल जनहित याचिका में कहा गया है कि लालू प्रसाद जेल में रहते मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रहे हैं। यह जेल मैनुअल का उल्लंघन है। जेल प्रशासन और सरकार उन्हें यह सुविधा किस नियम के तहत उपलब्ध करा रही है, इसकी जांच कराने का आग्रह हाईकोर्ट से किया गया है।
याचिका में कहा गया है कि लालू यादव चारा घोटाले मामले में सजायाफ्ता हैं और लगातार दो साल से रिम्स के पेइंग वार्ड और अब रिम्स निदेशक के बंगले में अपना इलाज करा रहे हैं। इस दौरान उन्हें सेवादार सहित अन्य सुविधाएं मिली हैं, जो राज्य सरकार और जेल अधिकारियों की मिलीभगत के बिना संभव नहीं है।  याचिका में कहा गया है कि इससे पहले भी हाईकोर्ट के कई आदेश हैं जिनमें रिम्स के कॉटेज को राजनीतिक कैदियों द्वारा ऐशगाह बनाए जाने पर संज्ञान लिया गया था। अदालत ने अपने आदेश में कहा था कि अगर किसी राजनीतिक कैदी को कई तरह की बीमारियां हैं तो उसके इलाज के लिए जेल में ही अस्थायी व्यवस्था की जा सकती है। उन दिनों रिम्स के कॉटेज में रहने वाले कई राजनीतिक कैदियों को हाई कोर्ट के आदेश पर जेल भेजा गया था।
डीसी ने जेल प्रशासन से मांगा जवाब
लालू प्रसाद के फोन पर बात करने के मामले जेल अधीक्षक से रिपोर्ट मांगी है। डीसी ने बिरसा मुंडा कारा के जेल अधीक्षक को पत्र भेज कर कहा है कि जेल मैनुअल का क्यों नहीं पालन हो रहा है। 24 घंटे के अंदर अधीक्षक से रिपोर्ट देने को कहा है।
बता दें कि बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने ट्वीट करते हुए आरोप लगाया था कि लालू यादव अपने सेवादार के मोबाइल से एनडीए विधायक को सत्ता का लोभ दे रहे हैं और नीतीश सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं।

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