जेएनयू छात्रों को लिया गया हिरासत में, विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता भी हुए मार्च में शामिल, लाठीचार्ज

CENTRAL DESK : देश की प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी जेएनयू में नकाबपोश लोगों के हमले के खिलाफ गुरुवार को प्रदर्शन कर रहे छात्रों को राष्ट्रपति भवन की ओर मार्च करने का प्रयास करने के दौरान पुलिस ने शास्त्री भवन के पास रोक दिया और बाद में हिरासत में ले लिया। पुलिस ने जनपथ पर यातायात रोकने का प्रयास करती भीड़ को काबू में करने के लिए लाठीचार्ज भी किया। मंडी हाउस से नकाले गये छात्रों के मार्च में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता भी शामिल हुए। इलाके में धारा 144 लागू कर दी गयी। इस प्रदर्शन में सीपीएम नेता सीताराम येचुरी, प्रकाश करात, बृंदा करात, सीपीआई महासचिव डी राजा, राजद नेता मनोज झा और लोकतांत्रिक जनता दल के प्रमुख शरद यादव भी शामिल हुए।
इस दौरान पुलिस ने लाउडस्पीकरों से भीड़ से शांति बरकरार रखने की भी अपील की। छात्रों के राष्ट्रपति भवन की ओर बढ़ने का प्रयास करने से पहले जेएनयू छात्र संघ और जेएनयू शिक्षक संघ ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अधिकारियों से मुलाकात कर कुलपति एम जगदीश कुमार को पद से हटाने की मांग की। मंत्रालय के साथ बैठक के बाद जेनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष ने कहा कि जब तक कुलपति एम जगदीश कुमार को नहीं हटाया जाता तब तक कोई बात नहीं होगी और अगर मंत्रालय को बात करनी है तो विश्वविद्यालय कैंपस में आये।
बैठक के बाद मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने कहा कि जेएनयू के कुलपति एम जगदीश कुमार को हटाना समस्या का समाधान नहीं है। एचआरडी सचिव अमित खरे ने कहा कि मंत्रालय के अधिकारी छात्रों के इस दावे पर शुक्रवार को कुमार से फिर बात करेंगे कि संशोधित शुल्क को लागू नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मंत्रालय के अधिकारी जेएनयू छात्र संघ से भी बातचीत करेंगे।

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