क्यों विधान परिषद में राजद एमएलसी पर भड़के नीतीश कुमार

पटना। बिहार विधान परिषद में राजद एमएलसी सुबोध कुमार के सवाल पूछने पर सीएम नीतीश भड़क गए। उन्होंने सुबोध से कहा कि चुप हो जाओ, बैठ जाओ। नियम पता नहीं है और बोले जा रहे हो। नीतीश का गुस्सा यहीं कम नहीं हुआ। उन्होंने भड़कते हुए यह भी कहा कि अरे भाई हम बोल रहे हैं तो बीच में बोलिएगा क्या। ये भी कोई तरीका है, आप सुनोगे नहीं कुछ। नियमों का पालन कीजिए, उल्लंघन मत कीजिए।
दरअसल, राजद के एमएलसी मो. फारूक ने ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री से सड़क खराब होने को लेकर सवाल किया था। मंत्री जयंत राज के जवाब से असंतुष्ट होकर मो. फारूक ने पूरक सवाल पूछा था। इसके ठीक बाद एमएलसी सुबोध राय पूरक सवाल पूछने लगे, जिस पर सीएम नीतीश कुमार राजद के विधान पार्षद पर भड़क गए। इस दौरान नीतीश कुमार से सुबोध राय ने सदन में कहा कि सत्ता पक्ष के सदस्य भी ऐसे ही पूछते हैं हमसे, सीएम को इतना दर्द क्यों हो गया।
क्या था सवाल
मोहम्मद फारूक ने सवाल किया था कि शिवहर जिला के डुमरी कटसरी प्रखंड के नया गांव से पूर्वी चंपारण के परसौनी, फेनहारा, कोदरिया, सुगा पिपर, होते हुए पताही तक आने वाली सड़क की स्थिति काफी जर्जर एवं दयनीय होने के कारण आवागमन में कठिनाई होती है। विधान परिषद में सीएम नीतीश कुमार पहली बार सुबोध राय पर नहीं भड़के हैं। इससे पहले भी सवाल पूछने के दौरान सीएम ने कहा था कि तुमको तो मैंने बचा लिया था। आवास पर आए थे ना मिलने।
सदन के बाहर क्या बोले सुबोध राय
विधान परिषद के बाहर राजद के एमएलसी सुबोध राय ने कहा कि सीएम उम्र के पड़ाव पर पहुंच गए हैं। कार्य संचालन नियमावली सिर्फ विपक्ष के लिए बना है क्या। सीएम को सदन में तुम-तड़ाका नहीं करना चाहिए। सदन में इसका बहिष्कार करेंगे। सच कड़वी होती है। लेकिन इसका सामना करना चाहिए। वहीं, सवाल पूछने वाले एमएलसी मोहम्मद फारूक ने कहा कि यह तो मुनासिब बिल्कुल नहीं है। हर किसी को आवाज उठाने का हक है। सही जवाब पूछिएगा तो सीएम ऐसे ही भड़केंगे। सुबोधी जी से क्या नाराजगी है, ये तो वही बताएंगे। यह पहली बार नहीं हुआ है। सत्ता पक्ष और विपक्ष के लोग सवाल उठाते हैं। इतना गुस्सा होने की जरूरत नहीं थी।

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