पटना में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर : निचले इलाकों में घुसा पानी, 400 परिवार हो रहे प्रभावित

पटना। राजधानी पटना में गंगा का जलस्तर बढ़ने के कारण पटना के निचले इलाके में पानी घुसना शुरू हो गया है। दीघा के पास स्थित बिंदटोली में पानी घुसने के कारण लोगों में अफरातफरी मच गई। हालांकि बिंदटोली में एक तरफ से ही पानी प्रवेश किया है। वही आज से यहां और अधिक पानी बढ़ने की आशंका है। लोगों का कहना है कि यदि गंगा का जलस्तर इसी तरह बढ़ता रहा तो 24 घंटे में उन्हें दूसरी जगह पलायन करना पड़ेगा। इधर प्रशासन की ओर से राहत कार्य के लिए कोई तैयारी नहीं की गई है और न ही प्रशासन की कोई टीम यहां देखने आई है। इससे लोग परेशान हैं। गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान के पास पहुंचने से निचला इलाका प्रभावित होने लगा है। इसमें बिंदटोली सबसे ज्यादा प्रभावित इलाका है। यहां करीब 400 परिवार रहते हैं। बरसात के दिनों में गंगा में पानी आ जाने के बाद इन्हें काफी परेशानी झेलनी पड़ती है। गांव की मुख्य सड़क पर पानी भर जाने से आवागमन बंद हो गया है। अब लोगों को गंगा एक्सप्रेस वे के माध्यम से आना पड़ रहा है।

वही सबसे अधिक परेशानी पशुओं को हो रही है। गांव के लोगों का कहना है कि प्रशासन की ओर से अभी जानकारी नहीं दी गई है कि कहां उन्हें रखना है। पशुओं के लिए चारे की किल्लत हो गई है। सदर अंचलाधिकारी को यहां के लोगों की स्थिति पर नजर रखने को कहा गया है लेकिन गांव के लोगों का कहना है कि न तो वे आए और न ही प्रशासन का कोई कर्मी आकर उनका हालचाल लिया है। आपदा प्रबंधन के एडीएम संतोष कुमार झा का कहना है कि सीओ को स्थिति पर नजर रखने का निर्देश दिया गया है। फिलहाल लोगों की परेशानियां बढ़ती जा रही हैं। जिसके बाद हाल यह है कि गंगा बक्सर और पटना में चेतावनी स्तर को रविवार की सुबह ही पार कर गई थी। गंगा बक्सर में चेतावनी स्तर से 18 सेमी ऊपर जबकि खतरे के निशान से 82 सेमी नीचे थी। हालांकि मुंगेर में खतरे के निशान से 2.11 मीटर नीचे, भागलपुर में 1.79 मीटर और कहलगांव में 1.04 मीटर नीचे थी। इन सभी स्थानों पर नदी का जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है।

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