जमुई : सरकारी स्कूल खेलकूद प्रतियोगिता में कपड़े बदलती छात्राओं का मनचलों ने मनाया वीडियो, विरोध करने पर की मारपीट

जमुई। बिहार के जमुई जिले के सदर प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय भाटचक के छात्र-छात्राओं ने खेलकूद प्रतियोगिता के दौरान छेड़खानी और मारपीट का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया। स्कूल के छात्र और छात्राएं भजौर मिडिल स्कूल में खेलकूद प्रतियोगिता में शामिल होने गए थे, जहां बाहरी लड़कों ने छात्राओं के साथ छेड़खानी की थी। वहीं जब छात्रों ने छेड़खानी का विरोध किए तो उनके साथ मारपीट की गई। स्कूल के छात्र-छात्राओं का आरोप है कि बाहरी लड़कों के द्वारा छेड़खानी और मारपीट की घटना जानने के बाद भी स्कूल के शिक्षक ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है। शुक्रवार को छेड़खानी और मारपीट साथ ही कोई कार्रवाई नहीं होने के आक्रोश में विरोध और प्रदर्शन की जानकारी के बाद शिक्षा विभाग के अधिकारी जांच के लिए भाटचक मिडिल स्कूल पहुंचे। दरअसल जमुई जिले के सदर प्रखंड के संकुल संसाधन केंद्र स्तर के तरंग मेधा स्पोर्ट्स उत्सव के तहत भजौर मनीअड्डा गांव उत्क्रमित मध्य विद्यालय भाटचक के छात्र-छात्राएं गए थे। बताया जा रहा है कि खेलकूद प्रतियोगिता में शामिल होने के द्वारा जब भाटचक स्कूल की छात्राएं कपड़े बदल रही थी। तब वहां के कुछ स्थानीय लड़के मोबाइल पर वीडियो बनाने लगे, जिसके बाद भाटचक स्कूल के छात्रों ने जब इसका विरोध किया तब उनके साथ मारपीट भी की गयी।

वही बताया यह भी जा रहा है कि छात्र छात्राओं ने छेड़खानी और मारपीट का शिकायत स्कूल से शिक्षक से भी की थी। लेकिन, उन्होंने न कोई कार्रवाई की और न ही इसकी शिकायत किसी से की, जिसके विरोध में ग्रामीणों में आक्रोश दिखा। शुक्रवार को जब स्कूल खुला तब छात्र और परिजन उत्क्रमित मध्य विद्यालय भाटचक पहुंचकर विरोध प्रदर्शन करने लगे, जिसके बाद प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी शमसुल होदा भी मौके पर पहुंचे। फिर जब जांच हुई तब पता चला कि छात्र-छात्राओं ने इसकी शिकायत छेड़खानी और मारपीट की शिकायत स्कूल के शिक्षक से की थी, लेकिन कोई संज्ञान नहीं लिया गया। इस मामले में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी शमसुल होदा ने बताया कि जांच में यह पता चला है कि छात्राओं के साथ छेड़खानी और छात्रों के साथ मारपीट की बात स्कूल के हेडमास्टर और शिक्षक को भी बताया गया था, लेकिन स्कूल के शिक्षकों ने इसकी जानकारी अब तक न तो थाने में दी और न ही विभाग को, जिसमें हेड मास्टर की लापरवाही सामने दिख रही है। यह भी जानकारी मिल रही है कि चयनित छात्रों के अलावा भी खेलकूद प्रतियोगिता में और भी छात्रों को बुलाया गया था। साथ ही यह सवाल भी उठता है कि अगर खेल कूद प्रतियोगिता में छात्राएं भी गई थी तो उनके साथ कोई महिला शिक्षक क्यों नहीं थी।

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