कुर्मी और कुशवाहा वोटरों को साधने के लिए नीतीश के गढ़ नालंदा में उतरे उपेंद्र कुशवाहा, जानें पूरा मामला

पटना। रष्ट्रीय लोक जनता दल के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा बुधवार से विरासत बचाओ यात्रा के दूसरे चरण की शुरुआत करेंगे। बिहार के CM नीतीश कुमार के खिलाफ बगावत कर JDU छोड़ने वाले उपेंद्र कुशवाहा की यह विरासत बचाओ यात्रा का दूसरा चरण 15 मार्च से शुरू होगा। वही इसकी शुरुआत नालंदा के एकंगड़सराय से होगी। नीतीश कुमार के NDA छोड़कर महागठबंधन में जाने के निर्णय का मुखर होकर विरोध करने वाले उपेंद्र कुशवाहा ने लगातार JDU के कई नेताओं को अपने पाले में लाने में लगे हुए हैं। बता दे की नालंदा से उपेंद्र कुशवाहा का विरासत बचाओ यात्रा का दूसरा चरण शुरू करना बड़ी राजनीतिक रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है। बता दे की नालंदा नीतीश कुमार का गृह जिला है। वे लम्बे अरसे से नालंदा के सर्वांगींण विकास के लिए कई प्रकार के काम करते रहे हैं। वहीं बड़े स्तर पर नालंदा में कुर्मी और कुशवाहा आबादी है। ऐसे में उपेंद्र एक तीर से कई निशाना लगाना चाहते हैं। नालंदा से यात्रा शुरू नीतीश कुमार के गढ़ में वे उन्हें बड़ी चुनौती दे सकते हैं। नालंदा के कुछ JDU नेताओं को तोड़ने की भी बात कही जा रही है। साथ ही यहां के कुशवाहा समाज के वोटों को अपनी ओर लाने के लिए उपेंद्र बड़ा दांव चल सकते हैं। ऐसे में अब महत्वपूर्ण होगा कि उपेंद्र का दूसरे चरण का विरासत बचाओ उनके राजनीतिक सफर को कितना सफल बनाता है। वही इसके पहले अपनी नई पार्टी बनाने के बाद उपेंद्र कुशवाहा ने कई जिलों का दौरा किया। वे नीतीश का RJD से हाथ मिलाने को जंगलराज रिटर्न्स कह चुके हैं।

About Post Author

You may have missed