पटना में एकसाथ 800 पुलिसकर्मियों का हुआ तबादला, विभाग ने बताई नियमित प्रक्रिया

पटना। बिहार पुलिस में बड़ा तबादला किया गया है। पटना जिला में एक साथ लगभग सभी थानों के उन पुलिस वालों का तबादला कर दिया है जो लम्बे समय से एक ही जगह पर थे। जिले में बेहतर कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए इतने बड़े पैमाने पर पुलिसवालों का तबादला किया गया है। हालांकि पुलिस विभाग का कहना है कि यह एक नियमित तबादला प्रक्रिया है। इनमें सर्वाधिक 800 पुलिसकर्मी पटना जिले के हैं, जो पटना में ही पदस्थापित हैं। इनमें सिपाही, हवलदार से लेकर दारोगा रैंक तक के पुलिसकर्मी शामिल हैं, मगर सर्वाधिक संख्या सिपाहियों की है। पुलिस मुख्यालय की समीक्षा में मामला प्रकाश में आने के बाद तत्काल सभी 800 पुलिसकर्मियों का तबादला गृह जिले से हटाकर दूसरे जिले में कर दिया गया है। पुलिस मुख्यालय के कार्मिक एवं कल्याण प्रभाग ने शनिवार को तत्काल प्रभाव से इसका आदेश जारी कर दिया है। दरअसल, बिहार पुलिस के आदेश के अनुसार, सेवानिवृत्ति की निकटता के आधार को छोड़कर सामान्यत: किसी भी पुलिसकर्मी या पुलिस पदाधिकारी को उनके गृह जिले में पदस्थापित नहीं किया जाना है। बुधवार को पुलिस मुख्यालय स्तर पर गठित स्थानांतरण समिति की बैठक में समीक्षा के दौरान पाया गया कि करीब 800 पुलिसकर्मी व अन्य कर्मी ऐसे हैं, जिनका पदस्थापन गृह जिले में ही है। यह स्थानांतरण व पदस्थापन नीति के अनुरूप नहीं है। पटना के अलावा  नालंदा, भागलपुर, गया, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, भोजपुर, बांका, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, समस्तीपुर, सारण, वैशाली, कैमूर में भी बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी गृह जिले में पदस्थापित थे। मामला संज्ञान में आने के बाद इसी बैठक में सभी पुलिसकर्मियों का तबादला गृह जिले से इतर दूसरे जिले में कर दिया गया। बता दे की बिहार पुलिस में हाल ही में सिपाही से इंस्पेक्टर तक के पुलिसकर्मियों के तबादले की नई नीति लागू की गई है। डीजीपी द्वारा जारी तबादला नीति में स्पष्ट किया गया है कि सेवानिवृति की निकटता को छोड़ पुलिसकर्मियों का तबादला गृह जिला में नहीं होगा।

 

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