तेजस्वी ने नीतीश सरकार पर कोरोना के नाम पर हजारों करोड़ की लूट करने का लगाया आरोप, जदयू ने किया पलटवार
पटना। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर कोरोना के नाम पर हजारों करोड़ की लूट करने का आरोप लगाते हुए हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि सीएम की नाक के नीचे लूट को अंजाम दिया गया। अस्पतालों की स्थिति बदतर हो गई है। जनता भगवान भरोसे जिंदगी के लिए संघर्ष कर रही है। लेकिन, नीतीश कुमार कुंभकर्णी नींद में सोए हुए हैं। वहीं तेजस्वी के इन आरोपों पर पलटवार करते हुए जदयू के एमएलसी नीरज कुमार ने कहा कि वे जब भ्रष्टाचार पर बोलते हैं तो जनता को शर्म आती है।
भाजपाई स्वास्थ्य मंत्री पॉलिटिकल टूरिज्म में व्यस्त
तेजस्वी ने कहा कि बिहार में एक साल पहले भी कोरोना मरीज अस्पताल में बेड, आॅक्सीजन, टेस्ट और इलाज के लिए दर-बदर धक्के खा रहे थे। आज भी स्थिति वही है। लोक स्वास्थ्य, जन कल्याण नीतीश सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल नहीं है। स्वास्थ्य क्षेत्र में नीति आयोग के सूचकांक में बिहार सबसे नीचे रहता है। कोरोना काल के शुरूआती दौर में ही अस्पतालों की क्षमता बढ़ाने के लिए सुझाव दिया गया था। विपक्ष ने सुविधाओं को बढ़ाने और नए अस्पताल बनाने की भी सलाह दी थी। लेकिन, इसे नहीं माना गया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि भाजपाई स्वास्थ्य मंत्री पॉलिटिकल टूरिज्म में व्यस्त हैं, वो कभी-कभार आराम फरमाने बिहार आते हैं। वहीं प्रदेश की सरकार को नकारा सरकार बताते हुए कहा कि कोरोना की लड़ाई मैराथन है, पुख्ता तैयारी करनी होगी।
जदयू का पलटवार
जदयू एमएलसी नीरज कुमार ने कहा है कि तेजस्वी यादव प्रवासी राजनेता हैं। सदन में संकल्प देने के बाद 45 दिन तक लापता थे। उनको कोरोना पर बोलने का अधिकार नहीं। राज्य सरकार ने जो काम किया है। वह बिहार की जनता जानती है। तेजस्वी यादव झारखंड, बंगाल, असम घूम रहे हैं। उनको बताना चाहिए कि वहां के अस्पतालों में कितने बेड हैं? जदयू नेता ने यह भी कहा कि तेजस्वी और उनके पिता लालू प्रसाद भ्रष्टाचार के आरोपी हैं। वे जब भ्रष्टाचार पर बोलते हैं तो बिहार की जनता शर्मा जाती है।