सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था जर्जर इस कारण अफसर और नेता प्राइवेट अस्पतालों में करवा रहे डेंगू का इलाज : विजय सिन्हा
पटना। बिहार में डेंगू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे थे। शुक्रवार 15 सितंबर को वह जदयू कार्यालय पहुंचे। इसको लेकर नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार ही बीमार है तो फिर बिहार में डेंगू क्यों नहीं होगा। उन्होंने बिहार सरकार के आला अधिकारियों के प्राइवेट अस्पताल में इलाज करवाने को लेकर भी खिंचाई की। विजय सिन्हा ने कहा की मुख्य सचिव डेंगू से पीड़ित होने के बाद प्राइवेट अस्पताल में इलाज करवा रहे हैं, सरकारी अस्पताल में नहीं जाते हैं। क्योंकि उन्हें सरकारी अस्पताल पर विश्वास नहीं है। यहां के जिलाधिकारी भी डेंगू से पीड़ित थे तो प्राइवेट अस्पताल में ही इलाज करवाए थे। हम लोग जब सरकार में थे तो स्वास्थ्य व्यवस्था को ठीक किया था। इस सरकार ने फिर से बिहार को बीमार कर दिया। यह सरकार भ्रष्टाचारियों की सरकार है। यह बीमारी के सिवाय बिहार को कुछ नहीं दे सकती है। उन्होंने स्वास्थ्य सेवा पर तंज कसते हुए कहा कि पूरे विभाग में भ्रष्टाचार व्याप्त है। यही कारण है कि बिहार के सरकारी अस्पतालों में लोगों को समुचित इलाज नहीं मिल सकता है। यही कारण है कि जो भी अधिकारी अभी डेंगू से पीड़ित हुए हैं वह सीधे प्राइवेट अस्पताल में जाकर इलाज करवाते हैं।
नेता प्रतिपक्ष बोले- किसी भी हालत में बीजेपी नीतीश कुमार को स्वीकार नहीं करेगी
वही विजय सिन्हा से जब सवाल किया गया की नीतीश कुमार आप लोगों के साथ आ रहे हैं, तो उन्होंने कहा कि बिहार की जनता कभी भी भ्रष्टाचारियों को स्वीकार नहीं कर सकती है। उन्होंने कहा कि किसी भी हालत में भारतीय जनता पार्टी नीतीश कुमार को स्वीकार नहीं कर सकती है, क्योंकि जनता उनके साथ नहीं है। इसीलिए किसी भी हालत में ऐसा नहीं होगा। अब बिहार की जनता समझ गई है कि किस तरह से बिहार को नीतीश कुमार ने बर्बाद किया है। जनता की नजर में नीतीश कुमार पूरी तरह से गिर गए हैं। पूरे बिहार को उन्होंने भ्रष्टाचार और अपराध की ओर धकेलने का काम किया है। आम जनता उनके कार्यकलाप से नाखुश है।