PATNA : राजधानी में जल्द ही 204 जातियों की गणना का कार्य शुरू, 11 कोषांगों का हुआ गठन
पटना। राजधानी में जल्द ही 204 जातियों की गणना का कार्य शुरू कर दिया जायेगा। इसके लिए जिलाधिकारी सह जाति आधारित गणना के नोडल पदाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने 11 कोषांगों का गठन कर दिया है। बता दे की मंगलवार को जिलाधिकारी की अध्यक्षता में बिहार जाति-आधारित गणना 2022 की तैयारी से संबंधित समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गयी। वही इस दौरान जिलाधिकारी ने सभी कोषांगों के वरीय नोडल पदाधिकारियों और नोडल पदाधिकारियों के साथ कार्य में हुए प्रगति का जायजा लिया।
204 जातियों की होगी गणना
वही इस बैठक में जिला सांख्यिकी पदाधिकारी-सह-अपर प्रधान गणना पदाधिकारी, महेश प्रसाद द्वारा गणना के संबंध में विभिन्न तथ्यों को जिला पदाधिकारी के संज्ञान में लाया गया। साथ ही यह बताया कि सरकार द्वारा उपलब्ध कराये गये कुल 204 जातियों की सूची के सत्यापन का कार्य पटना जिले के सभी चार्जों से किया जा चुका है। वही आंकड़ों का संग्रहण डिजिटल मोड में प्रस्तावित है। इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि सरकार के निर्देश के अनुसार जातियों से संबंधित वास्तविक आंकड़े प्राप्त करने के उद्देश्य से बिहार में निवास करने वाली सभी जातियों की गणना का कार्य किया जाना है। यह गणना वार्डवार (शहरी एवं ग्रामीण) की जायेगी। वही इस गणना से प्राप्त आंकड़ों का भविष्य में व्यापक उपयोग किया जाना है।
700 से अधिक जनसंख्या वाले वार्ड में उप गणना ब्लॉक
पंचायत व शहरी निकायों के वार्डों को गणना के लिए प्रारंभिक इकाई माना गया है अर्थात् वार्ड को गणना ब्लॉक के रूप में घोषित किया गया है। साथ ही अगर किसी वार्ड की जनसंख्या 700 से अधिक है तो वैसी स्थिति में उप गणना ब्लॉक का निर्माण किया गया है। जनसंख्या में वार्षिक या दशकीय वृद्धि दर के आधार पर वर्तमान जनसंख्या का आकलन कर गणना ब्लॉक का गठन किया गया है। मिली जानकारी के अनुसार पटना जिले में कुल 45 चार्ज 23 प्रखंड, 11 नगर परिषद, 5 नगर पंचायत व पटना नगर निगम के 6 अंचल में 4,613 वार्ड हैं। शहरी एवं ग्रामीण वार्डों को मिलाकर गणना खंडों व गणना उप खंडों की कुल संख्या 12,696 है। वही प्रत्येक 6 प्रगणकों पर एक पर्यवेक्षक की नियुक्ति की जायेगी। इस प्रकार प्रगणकों की संख्या 12,696 और पर्यवेक्षकों की संख्या 2,116 रहेगी। पर्यवेक्षक के लिए प्रगणक से उच्च स्तर के कर्मी को नियुक्त किया जायेगा और इन सभी की नियुक्ति चार्ज अधिकारी द्वारा की जायेगी। वही उन्होंने बताया कि गणना में संलग्न हर एक पदाधिकारी एवं कर्मी को कार्य योजना और कैलेंडर के अनुसार प्रशिक्षित किया जायेगा। जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी और आइटी मैनेजर जिला-स्तरीय मास्टर ट्रेनर दल में शामिल रहेंगे। प्रखंड स्तरीय मास्टर प्रशिक्षकों में प्रखंड सांख्यिकी पदाधिकारी, आईटी सहायक आदि भी शामिल रहेंगे.