आईपीएल 2024 में फिर से कमेंट्री करते दिखेंगे सिद्धू, चुनाव ना लड़ने के बाद लिया फैसला

नई दिल्ली। आईपीएल 2024 की शुरुआत में अब चंद दिन बाकी रह गए हैं। टूर्नामेंट की शुरुआत 22 मार्च, शुक्रवार से होगी। पहला मुकाबला गत विजेता चेन्नई सुपर किंग्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के बीच खेला जाएगा। लेकिन इस बार के आईपीएल में कॉमेंट्री के ‘सरदार’ कहा जाने वाले नवजोत सिंह सिद्धू की भी वापसी होगी। सिद्धू को शानदार कॉमेंट्री के लिए जाना जाता है। वह कॉमेंट्री के दौरान अपनी अतरंगी बातों से दर्शकों का खूब मनोरंज करते हैं। स्टार स्पोर्ट्स की तरफ से सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट डालकर इसकी जानकारी दी गई। इसमें लिखा है कि “सरदार ऑफ कॉमेंट्री बॉक्स इज बैक”। सिद्धू ने भी इस ट्वीट को शेयर किया है। 22 मार्च को होने वाले आईपीएल के पहले मैच में सिद्धू कॉमेंट्री करते नजर आएंगे। सिद्धू शुक्रवार को पंजाब के राज्यपाल बीएल पुरोहित से मिलने के लिए चंडीगढ़ पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने मीडिया सवाल के जवाब में कहा था कि वह इस बार लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। हालांकि, उन्होंने यह बात जरूर कही थी कि क्रिकेट की कॉमेंट्री छोड़ने की वजह से उन्हें फाइनेंशियल नुकसान हो रहा है। फिर भी उन्होंने कहा था कि मुश्किल समय में किरदार की पहचान होती है। नवजोत सिंह सिद्धू के पिता सरदार भगवंत सिंह क्रिकेटर थे। वह चाहते थे कि उनका बेटा भी उनकी तरह खिलाड़ी बने। अपने पिता की इस इच्छा को पूरी करने के लिए सिद्धू ने 1983 में क्रिकेट की फील्ड पर डेब्यू किया। सिद्धू साल 1983 से 1999 तक टीम इंडिया का हिस्सा रहे। उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ पहला टेस्ट मैच खेला। सिद्धू ने कुल 51 टेस्ट मैच और 136 वनडे मैच खेले हैं। उन्होंने टेस्ट में 3202 और वनडे में 4413 रन बनाए हैं। करीब 17 साल क्रिकेट की दुनिया में रहने के बाद, 1999 में उन्होंने क्रिकेट से संन्यास ले लिया। क्रिकेट का सफर खत्म होने के बाद उन्होंने कॉमेंट्री में भी हाथ आजमाया। सिद्धू ने आखिरी बार आईपीएल 2018 में कॉमेंट्री की थी। पंजाब सरकार में मंत्री बनने के बाद वह कॉमेंट्री पैनल से बाहर हो गए। इसके बाद उन्होंने अपने सारे टीवी शो भी छोड़ दिए थे। आईपीएल का 17वां सीजन 22 मार्च से शुरू होने जा रहा है। डिफेंडिंग चैंपियन चेन्नई सुपर किंग्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के बीच चेन्नई में पहला मैच खेला जाएगा। लोकसभा चुनाव के कारण टूर्नामेंट के शुरुआती 21 मैचों का ही शेड्यूल जारी हुआ है। नवजोत सिद्धू ने 2004 में भाजपा जॉइन की थी। फिर वह अमृतसर से सांसद चुने गए। 2014 तक वह इस सीट से लोकसभा के सांसद रहे। इसी लोकसभा चुनाव में भाजपा ने उनकी जगह अमृतसर से अरुण जेटली को उम्मीदवार बना दिया। 2016 में सिद्धू को राज्यसभा भेजा गया लेकिन उन्होंने भाजपा छोड़ दी। 2017 में वह कांग्रेस में शामिल हो गए। इसके बाद वह अमृतसर ईस्ट सीट से चुनाव जीतकर विधायक बने। तब कैप्टन सरकार में उन्हें मंत्री बनाया गया। हालांकि तत्कालीन सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ उनकी खटपट हो गई। कैप्टन ने उनका मंत्रालय बदला तो उन्होंने जॉइन नहीं किया। इसके बाद सिद्धू ने पॉलिटिक्स से दूरी बना ली। फिर कांग्रेस हाईकमान ने अचानक उन्हें पंजाब कांग्रेस का प्रधान बना दिया। जिसके बाद सिद्धू ने सियासी जंग छेड़ी और कैप्टन अमरिंदर सिंह को सीएम की कुर्सी से बाहर कर दिया। हालांकि कांग्रेस हाईकमान ने सिद्धू को सीएम बनाने की जगह चरणजीत चन्नी को मुख्यमंत्री बना दिया। इसके बाद सिद़्धू कैप्टन की तरह ही चन्नी का विरोध करने लगे। 2022 के चुनाव में कांग्रेस हारकर सत्ता से बाहर हो गई और सिद्धू भी अमृतसर ईस्ट सीट हार गए। इसके बाद सिद्धू को पंजाब कांग्रेस की प्रधानी से हटा दिया गया।

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